शुक्रवार को 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अतीत की परंपरा का हवाला देते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर तुरंत चर्चा कराने की मांग की। इस प्रस्ताव के समर्थन में विपक्षी सांसद ने भी नारे उठाए ।लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने नियम और कानून के माध्यम से सदन की कार्यवाही चलाने का दावा किया। उन्होंने अधीर रंजन चौधरी के द्वारा किये गए आरोपों पर विचार करने का वादा किया, लेकिन चर्चा का समय निर्धारित करने का अनुरोध किया।
सरकार की तरफ से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने 10 दिन के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए तैयार होने का वादा किया। उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि अगर उनके पास बहुमत है तो वे उनके द्वारा प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव को गिरा दें।इस विवादास्पद माहौल में ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही को 31 जुलाई तक स्थगित कर दिया। विशेषकर, खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2023, ‘द नेशनल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी कमीशन बिल, 2023’ और ‘द नेशनल डेंटल कमीशन बिल, 2023’ को भी सदन में पारित कर दिया गया है।
इस विवाद से गुजर रहे विधायिका संसद में उतरकर देश के मुद्दों पर चर्चा करने और विधायिका संसदीय जीवन में प्रगति करने का मौका देने का निर्णय लिया गया है। नागरिकों के प्रति सदन के उद्दीष्टा से मिलकर, वे सदन में प्रस्तावित विधेयकों पर चर्चा करके संसदीय कार्यक्रम में भाग लेंगे।सदन के कार्यक्रम की योजना तैयार करते समय सावधानी और विशेष तैयारी के साथ इस समय का समय अपनाना बेहद जरूरी है, ताकि देश के मुद्दों पर सभी विधायिका सभागार में अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत कर सकें और बेहतर भविष्य के लिए काम कर सकें।