लोकसभा चुनाव के महीनों के आसपास होते हुए, विपक्ष और सत्ताधारी दल दोनों ही छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। गुजरात में भी लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता इसुदान गढ़वी ने घोषणा की है कि पार्टी गुजरात में कांग्रेस के साथ गठबंधन करेगी। आप पार्टी के नेता ने गठबंधन को लेकर वक्तव्य किया है और बताया है कि दोनों पार्टियां ‘इंडिया गठबंधन’ के तहत चुनाव लड़ेंगी।
गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 5 सीटों से संतोष करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी। आम आदमी पार्टी को करीब 13 फीसदी वोट मिले और वे 35 सीटों पर दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ (एआईएमआईएम) को 0.29 फीसदी वोट मिले थे। इन दोनों पार्टियों ने गुजरात में कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया और कांग्रेस ने अपने अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन के साथ सिर्फ 17 सीटों पर सिमट गई थी।
इस बार के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ 17 सीटें मिलीं, जबकि पिछले बार यानी 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें 77 सीटें मिली थीं। इसका मतलब है कि उन्हें 60 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। चुनाव परिणामों के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने गुजरात में कांग्रेस की हार के लिए तीन पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि गुजरात के नतीजे बेहद निराशाजनक हैं और इसमें उनके खिलाफ भी हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी, आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन औवेसी की एआईएमआईएम जिम्मेदार हैं और इन पार्टियों के बीच गठबंधन है। जयराम रमेश ने कहा कि एक ध्रुवीकरण का खतरनाक अभियान चलाया गया है और उनका वोट शेयर गुजरात के पुनर्निर्माण और विकास के संकल्प को दर्शाता है। इस संदर्भ में यह महत्वपूर्ण है कि 2022 के चुनाव में गुजरात में कांग्रेस को 27.28 फीसदी वोट मिले थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी को 52.50 फीसदी वोट मिले थे। वोट प्रतिशत के मामले में कांग्रेस दूसरे स्थान पर थी।