मध्यप्रदेश के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोपों के संदर्भ में एक विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट की चर्चा इंदौर में हो रही है। इस मामले में प्रियंका गांधी वाद्रा, कमलनाथ और अरुण यादव जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पूर्वी (ट्विटर) खातों के हैंडलर (खाता प्रबंधक) के खिलाफ प्राथमिकता दर्ज की गई है।
रविवार को, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस विवाद की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि इस मामले की जाँच को आगे बढ़ाने के लिए ‘एक्स’ के विवादास्पद पोस्ट के संदर्भ में जानकारी की मांग की जाएगी।
इंदौर के पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने बताया कि भाजपा के प्रदेश विधि समिति के स्थानीय एकाधिकारी नीमेष पाठक द्वारा शिकायत प्रस्तुत की गई है, जिसमें दावा किया गया है कि एक व्यक्ति जिसका नाम ज्ञानेंद्र अवस्थी है, ने सोशल मीडिया पर एक फर्जी पत्र साझा किया है, जिसमें ठेकेदारों से ’50 प्रतिशत कमीशन’ मांगने का दावा किया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायत में यह आरोप लगाया गया है कि इस फर्जी पत्र के आधार पर प्रियंका गांधी वाद्रा, कमलनाथ और अरुण यादव जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पूर्वी खातों से ‘भ्रामक’ पोस्ट किए गए हैं।
देउस्कर ने यह भी बताया कि इस मामले में धारा 420 (धोखाधड़ी) और धारा 469 (ख्याति को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस आयुक्त ने बताया, “इस मामले की जांच प्रारंभ की जा रही है। हम विवादास्पद पोस्ट की विवरणी और ‘एक्स’ से जानकारी मांगेंगे और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
शिकायतकर्ता पाठक ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेताओं ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के झूठे आरोप वाले भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट को साझा करके प्रदेश सरकार और उनकी पार्टी की छवि को क्षति पहुँचाने का प्रयास किया है।