हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से प्राकृतिक आपदा ने अपनी भयंकर दस्तक दी है। शिमला के एक शिव मंदिर के पास हुए भूस्खलन के परिणामस्वरूप कई लोग दबे रह गए हैं। यह सूचना हमें आपदा की भयानकता को समझने के लिए पर्याप्त है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ समय से मौसम की अनियमितता के चलते बारिशों की अत्यधिक मात्रा हो रही है। शिमला के फागली में भी एक ऐतिहासिक घटना के परिणामस्वरूप भूमि स्लाइड हुआ, जिसके कारण 24 घंटों में 21 लोगों की मौत हो गई है। इस दुखद हादसे में कई लोग घायल हो गए हैं और वे IGMC अस्पताल में उपचार के लिए भेजे गए हैं।
फागली क्षेत्र में लैंड स्लाइड के कारण कई घरों को तबाह कर दिया गया है। इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई है और छह लोग घायल हो गए हैं। अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे होने की आशंका से जूझ रहे हैं, और उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उन बहादुर लोगों की कठिनाईयों के बावजूद, रेस्क्यू टीमों ने अपने प्रयासों के साथ मानव जीवन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पराशर झील की सड़कों पर भारी बारिश के कारण नदी का स्तर उफान पर है। यह स्थिति बहुत चिंताजनक है और स्थानीय लोगों के लिए खतरे की घंटी की तरह है। सरकारी अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई की और सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया है।यह समय हम सभी के लिए एक साथ खड़े होकर मदद करने का है, चाहे वो राज्य सरकार हो, स्थानीय प्रशासन हो या आम नागरिक।