बाबा रामदेव के विज्ञापन में शहद को लेकर किया गया दावा भी झूठा निकला है. डाबर के एतराज के बाद एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल(ASCI) ने पतंजलि से कहा है कि वो अपने शहद के विज्ञापन में बदलाव करे. या फिर हटा दे . ASCI का कहना है कि बाबा रामदेवा का विज्ञापन में किया गया दावा निराधार है .इस विज्ञापन में बाबा रामदेव शहद की शुद्धता की डबल गारंटी की बात कह रहे हैं और इसके 100 तरह की जांच से गुजरने की बात कर रहे हैं.
पतंजलि हनी के विज्ञापन पर डाबर ने की थी शिकायत एडवरटाईजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने पतंजलि शहद के विज्ञापन में जरूरी बदलाव या फिर हटाने के लिए कहा है. ASCI ने कहा है कि पतंजलि शहद का जो विज्ञापन प्रसारित किया जा रहा है वह गुमराह करने वाला है. ASCI ने कहा कि पतंजलि आयुर्वेद ने अपने शहद में जो शुद्धता को लेकर दावा किया है वह निराधार है.
ASCI ने ये कार्रवाई डाबर इंडिया की शिकायत पर किया है. डाबर इंडिया, 600 करोड़ के ब्रांडेड शहद की श्रेणी में अहम नाम है. पतंजलि ने ASCI के खिलाफ कोर्ट में किया केस इस बीच पतंजलि कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि हमने ASCI के खिलाफ एक केस कोर्ट में दर्ज कराया है. पतंजलि कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि उनके बोर्ड में कोई एक्सपर्ट नहीं हैं और इन मामलों में उन्हें फैसले लेने का अधिकार नहीं है. हम अगली सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. एससीआई ने पतंजलि कंपनी के उस दावे पर सवाल उठाए हैं जिसमें कहा जाता है कि पतंजलि हनी- शुद्धता की डबल गारंटी. ASCI के मुताबिक उनका ये दावा बेहद गुमराह करने वाला है. पतंजलि अपने विज्ञापन में दावा करता है कि पतंजलि शहद 100 तरह की जांच से गुजरा है. इस जांच में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) के तय मानकों का भी ध्यान रखा जाता है.