हमास ने इसराइल पर हमला किया, जिसमें ढेरों इसराइली नागरिकों की मौत हुई है।हमास ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन अल-अक्सा’ का नाम दिया था, जिसका तात्पर्य उस पवित्र स्थान से है जो दीर्घकाल से यहूदियों और मुसलमानों के बीच तनाव का कारण रहा है।वर्तमान में इस मस्जिद का प्रबंधन एक वक्फ ट्रस्ट के द्वारा किया जा रहा है, और इस ट्रस्ट का नियंत्रण जॉर्डन को सौंपा गया है, यह समझौते के तहत जो हुआ था।
इसराइल के वेस्ट बैंक क्षेत्र के प्रबंधक महमूद अब्बास के अनुसार, उनके पास अल-अक्सा पर कोई नियंत्रण नहीं है।अब्बास कहते हैं कि ‘वर्तमान परिस्थितियों के अलावा, इस्लामिक स्थलों जैसे अल-अक्सा मस्जिद पर इसराइल की आक्रमणकारी दिशा भी जिम्मेदार है।’
इस साल अरब और इसराइली लोगों के बीच तनाव तब अपने चरम पर पहुँच गया था, जब इसराइली पुलिस ने परिसर में घुसकर लोगों को निकालने की कोशिश की.इस घटना की तस्वीरों ने फ़लस्तीन ही नहीं पूरे मुस्लिम जगत में रोष पैदा किया.ये घटनाएँ रमजान महीने और यहूदी त्योहार से पहले हुई थीं. शनिवार को अंजाम दिए गए ऑपरेशन अल-अक़्सा और उसके बाद से ग़ज़ा पट्टी में जारी इसराइली आक्रमण के चलते इस मस्जिद की कहानी और ज़्यादा अहम हो गई है.