प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राजधानी के द्वारका में विजयादशमी उत्सव में हिस्सा लिया। उन्होंने भारतीय नागरिकों से भेदभाव और सामाजिक बुराइयों को राष्ट्रभक्ति की भावना से परास्त करने और गरीबों की सहायता के लिए समर्थन की अपील की। पीएम मोदी ने उत्सव के माध्यम से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नवरात्रि और विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष की नई उड़ानों की बात करते हुए कहा कि देश का भविष्य उज्ज्वल हो रहा है और इस समय में देश को सतर्क रहने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने आगे बढ़ते हुए कहा कि हमें रावण दहन के रूप में न केवल पुतले की ही दहन करनी चाहिए, बल्कि हमें उन सभी बुराइयों को भी खत्म करना चाहिए जो हमारे समाज में सौहार्द को तोड़ती हैं। उन्होंने जोड़ते हुए कहा कि विजयादशमी का त्योहार न केवल राम की विजय पर नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति की विजय पर भी होना चाहिए।
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए दस प्रतिज्ञाएं लीं। उन्होंने देशवासियों से निम्नलिखित प्रतिज्ञाएं कीं:
- पानी बचाएं।
- डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करें।
- गांवों और कस्बों में स्वच्छता को बढ़ावा दें।
- वोकल फॉर लोकल को समर्थन करें।
- भारतीय उत्पादों का उपयोग करें।
- गुणवत्तापूर्ण कार्य और उत्पादों की मांग को बढ़ावा दें।
- सबसे पहले देशभर में विकास करें, फिर विश्व में जाएं।
- किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करें और सुपरफूड के लिए जागरूकता फैलाएं।
- योग, खेल और फिटनेस को महत्व दें।
- अधिक से अधिक गरीब परिवारों का समर्थन करें।