राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की पुस्तकों में संशोधन की सलाह दी गई है, जिसमें स्कूली पाठ्यपुस्तकों में ‘इंडिया’ शब्द का प्रयोग ‘भारत’ के रूप में करने की सिफारिश की गई है। इस पर विपक्ष के कई दलों के नेताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है।
सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष ने आरोप लगाया है कि बीजेपी द्वारा की गई इस सलाह का उद्देश्य है ‘भारत’ शब्द के खिलाफ एक प्रकार की धरोहर और भाषा के साथ खिलवाड़ करना, क्योंकि वे ‘इंडियन नेशनल डेवलवमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) के विपक्षी गठबंधन के जीतने का डर महसूस कर रहे हैं।
कांग्रेस के संगठन महासचिव ने कहा कि ‘इंडिया’ और ‘भारत’ दोनों शब्द समर्थनयोग्य हैं और इनमें कोई भी भिन्नता नहीं है, लेकिन बीजेपी सरकार ‘एक पीढ़ी को नफरत करने की शिक्षा देना चाहती है, जिसके प्रति हम गर्व महसूस करते हैं.’
वे यह भी कहा कि बीजेपी न तो ‘भारत’ के लिए गंभीर है और न ‘इंडिया’ के लिए गंभीर है. उन्होंने आरोप लगाया कि नाम बदलना सिर्फ एक ध्रुवीकरण का प्रयास है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘संविधान में लिखा है ‘इंडिया’ जो ‘भारत’ है. दोनों शब्द एक हैं.’ राष्ट्रीय जनता दल के सांसद ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के गठन के बाद से यह बीजपी शासन की उन्मादी प्रतिक्रिया रही है। उन्होंने दावा किया, ”अगर ‘इंडिया’ गठबंधन अपना नाम ‘भारत’ में बदल लेता है तो क्या वे देश का नाम ‘जंबूद्वीप’ या कोई और रखेंगे.’