इंदिरापुरम के आदित्य मेगा सिटी के नागरिकों ने जब कुत्तों के एक गैंग के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला तो लोगों का गुस्सा सरकार की ढिलाई की तरफ था. लेकिन बार बार हस्तक्षेप और सीधे फोन करके RWA के लोगों को धमकाने के बाद अब लोगों का गुस्सा सीधे मेनका गांधी के
ऊपर फूट पड़ा है. अबतक कुत्तों के एक गैंग के खिलाफ लोगों में नाराज़गी थी अब धीरे धीरे ये एक सोसायटी काआंदोलन पूरे गाजियाबाद को अपनी पकड़ में लेने लगा है.
अभियान की संजोयक प्रियंका राणा इस धमकी के बाद बाकी नागरिकों के साथ सड़कों पर निकल पड़ीं और डायरी में हस्ताक्षर लेने शुरू कर दिए .
नतीजा ये हुआ कि बड़ी संख्या में दूसरी सोसायटियों के लोग भी सड़कों पर उतर गए. एक सोसायटी की नाराज़गी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. एक हफ्ते में हस्ताक्षर अभियान में शिप्रा सन सिटी, एसपीएस रेजीडेंसी, वरदान अपार्टमेंट, एक्सप्रेस गार्डन, जीसी ग्रांड, और सनराइज़ ग्रीन और आम्रपाली विलेज के आर डब्लूए भी शामिल हो गए .
नागरिकों के आंदोलन की आग राजनगर भी पहुंच गई. राजनगर इंदिरापुरम से काफी दूर है लेकिन वहां भी अखबारों छपी खबर का असर हुआ राजनगर एक्सटेंशन के के केडीपी, केडीपी ग्रांड सवाना, अजनारा इंटेग्रिटी और सेवी विल्ला दे के साथ साथ वैशाली के मेट्रो सुइट्स सोसायटी के लोग भी एक ही हफ्ते में ह्स्ताक्षर अभियान में जुट गए. और तो और कुत्तों के खिलाफ कैंडल मार्च निकालने वाले लोग धीरे धीरे इन इलाकों में हीरो बन रहे हैं. कल तक एस सोसाटयी में 5 कुत्तों के खिलाफ संघर्ष कर रही प्रियंका राणा को अब लोग भाषण देने के लिए बुलाने लगे हैं । को वैशाली में कई सोसायटीज में आज इसी मामले पर भाषण देने के लिए बुलाया गया. प्रियंका राणा Rwa फेडरेशन गाजियाबाद से भी जुड़ी हैं ये भी एक कारण है कि तेजी से आरडब्लूए इस अभियान से जुडने लगे हैं
प्रियंका कहती हैं कि मेनका गांधी के धमकी भरे फोन आए के बाद नागरों में अजीब सी असुरक्षा की भावना आ गई है . अब एक ही रास्ता बचा है कि संघर्ष को आगे बढ़ाया जाए और इसे अंजाम तक पहुंचाया जाए.
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