प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुराने वीडियो एक-एक कर उनके अपने लिए गले की हड्डी बनते जा रहे हैं. उड़ी हमले का बाद आया ये वीडियो मोदी की नीतियों के दोहरेपन के तौर पर शेयर किया जा रहा है. लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं और सवाल पर सवाल पूछ रहे हैं. वीडियो में मोदी चीन से रिश्तों पर भी बात कर रहे हैं. लेकिन उनकी अपनी सरकार ने चीन की घुसपैठ पर कुछ नहीं किया बल्कि कहा कि सीमा को लेकर भ्रम होने के कारण चीनी गलती से आ गए होंगे. सुनिए मोदी का भाषण क्या बोला था और क्या कर रहे हैं…..
“…आपको जानकार हैरानी होगी कि वोट बैंक की राजनीति में डूबी हुई दिल्ली की सल्तनत हिंदुस्तान की सुरक्षा को अनेदखा कर रही है. बांग्लादेश की सीमा पर हमारे जो जवान हैं, अगर कोई बांग्लादेशी घुसपैठिया घुसकर आता है, अगर उसका रोकना चाहता है अगर वो रुकता नहीं है तो भारत की सेना, बीएसएफ के जवानों पर रोक लगाई गई है कि वो कोई भी शस्त्र का प्रयोग नहीं करेंगे. इतना ही यहां तक कह दिया गया है कि अगर वो ज्यादा ताकतवर है, अगर घुसपैठिए का हमला तेज है तो बांग्लादेश की सीमा पर बैठे बीएसएफ के जवान झगड़ा करने के बजाय उन्हें अंदर आने की इजाजत दे दें. भाइयों बहनों एक सार्वभौम देश का मुखिया, सवा सौ करोड़ देश की सरकार हिंदुस्तान के सामान्य मानवों को इस प्रकार के निर्णयों से सुरक्षा कैसे प्रदान कर सकती है. चाइना ने हमारी सीमा पर आकर अडंगा लगाया. सारी दुनिया ने देखा. गूगल मैप पर सारे नागरिक देख पा रहे थे कि चाइना की मूवमेंट कैसी है. चाइना किस राह हमारी धरती पर आ रहा है, किस राह अपनी जगह बना रहा है. मैं हैरान हूं कि चाइना तो घुसपैठिया था, उसको तो अपनी धरती पर जाना जरूरी था लेकिन दिल्ली की सरकार ने ऐसा समझौता किया कि चाइना तो अपनी धरती पर वापस गया लेकिन हिंदुस्तान की सेना को भी अपनी ही धरती पर वापस लेने का निर्णय, ये दुर्भाग्य है हमारे देश का ऐसी सरकार ने निर्णय लिया. इतना ही नहीं भारतीय विदेश मंत्री चाइना गए, चाइना जाकर उसकी हरकतों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए थी, लाल लाल आंखें करके चाइना को समझाना चाहिए था, इसका बजाय हिंदुस्तान के विदेश मंत्री ने चाइना जाकर बयान दिया कि बीजिंग इतना अच्छा शहर है कि मुझे यहां रहने का मन कर जाता है. डूब डूब मरो मेरे देश की सरकार चलाने वालों, आपको शर्म आनी चाहिए. ये घाव पर नमक छिड़क रहे हो आप लोग, हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ वासियों के मन पर लगी चोट पर आप लोग एसिड छिड़क रहे हो. इतना ही नहीं जब हमारे जवानों के सिर काट लिए गए थे तब भारत के विदेश मंत्री जयपुर जाकर पाकिस्तान को मेहमानों को बिरयानी खिला रहे थे और कहते क्या हैं, ये प्रोटोकाल है….मैं देश के नौजवानों से पूछता हूं, जो मेरे देश के जवानों का सिर काट ले उनका प्रोटोकाल होता है…क्या ये हिंदुस्तान की जनता को उसकी पीड़ा पर, उसके घाव पर नमक छिड़कने का काम है या नहीं है….इटली के लोग आएं और केरल में हमारे मछुवारों को गोली मार दें…कोई गुनाह नहीं था उनका, गरीब मां के बेटे पेट भरना चाहते थे, मेहनत कर रहे थे…इटली के जवान आए और मेरे देश के दो मछुवारों को गोली से भून गए….और उनको अरेस्ट किया जाए और वो कहें…हिंदुस्तान के अंदर कोई जेल में है तो उसे बेल चाहिए तो नहीं मिलती है…लेकिन वो कौन लोगों का इंफ्यूएंस था कि इटली के जवानों के बेल मिल गया…”