नई दिल्ली: महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से जुड़े महिला आयोग के भर्ती मामले में आंच मनीष सिसोदया तक पहुंच गई है. दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा यानी एसीबी के चीफ मुकेश कुमार मीना का कहना है कि जिन 85 लोगों की भर्ती महिला आयोग में की गई उनमें कई मनीष सिसोदिया की चिट्ठी के कारण भरे गए. कल ही एसीबी ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. मालीवाल पर 85 लोगों को फर्जी तरीके से आयोग में भर्ती करने का आरोप है.
एसीबी ने स्वाति मलिवाल के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज़ करते हुए प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 13, 409 IPC 120B लगाई हैं
इससे पहले सोमवार को एसीबी के अधिकारियों ने दिल्ली महिला आयोग में गैर-कानूनी भर्तियों के आरोपों के सिलसिले में निकाय प्रमुख स्वाति मालीवाल से पूछताछ की. एसीबी अधिकारियों की पांच सदस्यीय टीम सुबह 11 बजे स्वाति मालीवाल से पूछताछ के लिए दिल्ली महिला आयोग के कार्यालय पहुंची थी. अधिकारियों ने उन्हें 27 सवालों की एक प्रश्नावली भी सौंपी और उन्हें एक हफ्ते के अंदर जवाब देने को कहा.
कांग्रेस नेता और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह की एक शिकायत पर एसीबी ने जांच शुरू की है. अपनी शिकायत में बरखा सिंह ने दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के कई समर्थकों को डीसीडब्ल्यू में पद दिया गया है. बरखा सिंह ने अपनी शिकायत में 85 लोगों का नाम दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि महिला आयोग में 85 प्रतिशत कॉन्ट्रैक्ट वाला स्टाफ आप पार्टी से है.
वहीं, नियुक्तियों के सवाल पर स्वाती मालिवाल ने कहा, ‘हमने नियुक्तियां की हैं, सही बात है. मालिवाल ने दोहराया कि सभी नियुक्तियां प्रक्रिया के तहत की गई हैं.’