महिला आयोग के घोटाले के मामले में जेल जा सकत हैं अरविंद केजरीवाल. एसीबी ने अपनी एफआईआर में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का भी नाम डाला. अरविंद केजरीवाल ने आज खुद पत्रकारों को वो एफआईआर दिखाई, केजरीवाल ने कहा कि किसी चीफ मिनिस्टर के खिलाफ एफआईआर ऊपर की मंज़ूरी के बगैर नहीं हो सकता. केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री की मर्ज़ी के बगैर ऐसा नहीं हो सकता. केजरीवाल पर एफआईआर में दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई यानी एसीबी ने केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. यह आरोप दिल्ली महिला आयोग में हुई नियुक्तियों को लेकर दर्ज की गई है. इसमें भ्रष्टाचार, विश्वासघात और आपराधिक षड़यंत्र के आरोप लगाए गए हैं.
इस मामले में एसीबी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज कर चुकी है. यानी अब केजरीवाल इस मामले में सह-आरोपी हैं.
उल्लेखनीय है कि ये करप्शन के मामले में केजरीवाल पर पहली एफआईआर दर्ज की गई है.
बता दें कि दिल्ली महिला आयोग में कर्मचारियों की भर्ती के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को एक बार फिर डीसीडब्लू में जाकर दस्तावेजों की छानबीन की थी और आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से घंटों पूछताछ की थी.
सोमवार को दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर में एसीबी की छह सदस्यीय टीम पहुंची थी. टीम ने आयोग में हाल ही में भर्ती हुए कर्मचारियों को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से कई घंटे पूछताछ की. टीम ने कुछ दस्तावेज लिए और सवालों की एक लिस्ट भी दी.
जानकारी के लिए बता दें कि एसीबी की यह कार्रवाई महिला आयोग की ही पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह की शिकायत पर चल रही है. शिकायत में आरोप लगाया गया कि स्वाति मालीवाल ने महिला आयोग में जरूरत से ज्यादा 85 लोग भर्ती किए. भर्ती करने में नियमों का पालन नहीं किया गया. भर्ती हुए लोगों में 90 फीसदी ‘आप’ के कार्यकर्ता हैं.
स्वाति मालीवाल के मुताबिक भर्ती नियमों के मुताबिक हुई है और यह कार्रवाई एक साजिश के तहत की जा रही है. यह दूसरा ऐसा मौका है जब इस मामले में एसीबी ने दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर में जाकर कार्रवाई की है.