आखिर ऐसा क्या हुआ कि करीब महीनाभर के इंतज़ार के बाद विशाल डडलानी ने जैन मुनि आचार्य तरुण सागर से माफी मांग ली. डडलानी अचानक चंड़ीगढ़ पहुंचे और आचार्य से माफी मांग ली. खुद तरुण सागर ने भी उन्हें माफ कर दिया. उम्मीद जतायी कि जैन समाज भी उन्हें माफ कर देगा. विशाल बुधवार (21 सितंबर) को जैन मुनी तरुण सागर से मिलने के लिए चंडीगढ़ गए थे. वहीं पर उन्होंने तरुण सागर से माफी मांगी. वहीं तरुण सागर से मिलने के बाद विशाल ने मीडिया से कहा, ‘गुरुजी ने मेरी माफी स्वीकार कर ली है. मैं आशा करता हूं कि आने वाले वक्त में हमारी दोस्ती मजबूत होगी. मैंने उन्हें बिना जाने-पहचाने कमेंट कर दिया था. लेकिन उनके कड़वे वचन सुनने के बाद मुझे वह पसंद आने लगे.’ हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, डडलानी सुबह 9:30 बजे के करीब सेक्टर 27 के दिगंबर जैन मंदिर पहुंच गए थे. वहां उन्होंने तरुण सागर से लगभग 20 मिनट तक बात की थी. यह बातचीत गुप्त तरह से हुई थी.
गौरतलब है कि जैन मुनि तरुण सागर ने 26 अगस्त को हरियाणा विधानसभा में स्पीच दी थी, जिसको लेकर विशाल डडलानी ने ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में जैन मुनि की फोटो लगाकर लिखा- ‘यदि आपने इन लोगों को वोट दिया तो आप इस बेहूदा बकवास के लिए जिम्मेदार हैं. अच्छे दिन नहीं केवल नो कच्छे दिन.’ इसके बाद डडलानी के खिलाफ दिल्ली के शहादरा, मुंबई और हरियाणा के अंबाला में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी.
विशाल डडलानी के इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी. डडलानी के ट्वीट पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आपत्ति जताई थी. उन्होंने लिखा था- तरुण सागरजी महाराज केवल जैनों के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए बहुत पूजनीय संत हैं. जो लोग अनादर कर रहे हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है और यह रुकना चाहिए.’ वहीं केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य, ऊर्जा और पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने विशाल की ओर से माफी मांगी थी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरे दोस्त विशाल डडलानी की ओर से जैन समुदाय की भावनाएं आहत होने पर मैं माफी मांगता हूं. मैं मुनि तरुण सागरजी महाराज से क्षमा मांगता हूं.’
लेकिन तब से विशाल डडलानी जिद पर अड़े हुए थे. उन्होंने बाकायदा इस बात का एलान कर दिया था कि वो अब राजनीति से संन्यास ले लेंगे . उधर आचार्य तरुण सागर भी उन्हें माफ नहीं कर रहे थे. आचार्य ने कहा था कि अगर वो माफ करेंगे तो लोग समझेंगे मुनि नाराज़ हैं और जो नाराज़ हो वो मुनि कैसा, लेकिन विशाल की इस मुलाकात के बाद आचार्य ने उन्हें माफ कर दिया और मान भी लिया कि वो नाराज़ थे.
जानकारों का कहना है कि पर्दे के पीछे ये खेल हुआ. तरुण सागर को मनाने के बाद बड़ी संख्या में जैन धर्म के लोगों की नाराजगी को कम करने में आम आदमी पार्टी को मदद मिलेगी . इसके अलावा पार्टी विशाल डडलानी को पंजाब चुनाव में प्रचार के लिए इस्तेमाल कर सकेगी.