भारत जहां उड़ी हमले को लेकर परेशान है और शहीदों की मौत का बदला लेने के विकल्पों पर विचार कर रहा है तो पाकिस्तान इस कठिन हालत मे भी राजनीति और बहाने बाज़ी करके अपनी छवि बचाने में लगा है . पाकिस्तान का कहना है कि उड़ी में जो कुछ भी हुआ वो भारता का ही किया धरा है. पाकिस्तान ने सोमवार (19 सितंबर) को भारत पर उरी हमले के बाद ‘तीखे’ और ‘अप्रमाणित’ बयान दे कर कश्मीर में अपने ‘आतंक के राज्य’ को छिपाने के लिए वैश्विक राय को गुमराह करने का आरोप लगाया. जम्मू कश्मीर के उरी में सेना की बटालियन के मुख्यालय पर हुए हमले में 17 जवान शहीद हो गए. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा ‘पाकिस्तान ने कल (रविवार, 18 सितंबर) उरी में हुए हमले के बाद भारत के असैन्य और सैन्य नेतृत्व की ओर से आए ‘तीखे’ और ‘अप्रमाणित’ बयानों को गंभीर चिंता के साथ लिया है.’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगाए गए बेबुनियाद और गैरजिम्मेदाराना आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है. अजीज ने कहा ‘यह कश्मीर में हिजबुल के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद तेजी से बिगड़ी मानवीय एवं मानवाधिकारों की स्थिति से ध्यान हटाने की भारत की कुंद कोशिश है.’
उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात पाकिस्तान द्वारा तैयार नहीं किए गए बल्कि ‘अवैध भारतीय अतिक्रमण और उन ज्यादतियों के लंबे इतिहास की वजह से हैं जिनके कारण 100 हजार से भी अधिक लोगों की जान गई है.’ अजीज ने कहा ‘सरकारी बलों ने महिलाओं, बच्चों, अस्पतालों में पड़े घायल मरीजों, बुजुर्गों… किसी को नहीं बख्शा. अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चेतना को जाग जाना चाहिए.’ भारतीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान ‘एक आतंकवादी देश’ है और उसे अलग थलग किया जाना चाहिए. इस बयान पर प्रतिक्रिया में अजीज ने कहा कि समुचित जांच किए बिना ही मंत्री का पाकिस्तान पर दोष मढ़ देना निंदनीय है.
अजीज ने कहा ‘यह बयान कश्मीर में भारत के आतंक के राज को छिपाने और वैश्विक राय को गुमराह करने के कुचक्र का हिस्सा है.’ हाल के वर्षों में सेना पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक हमले में रविवार (18 सितंबर) सुबह भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों ने सुबह करीब साढ़े पांच बजे कश्मीर के उरी में सेना के एक आधार शिविर पर हमला किया जिससे डोगरा रेजिमेंट को खासी क्षति हुई और उसके 17 जवान शहीद हो गए जबकि 19 अन्य जवान घायल हो गए. तीन घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद चार आतंकवादियों को मार गिराया गया.
वेनेजुएला में हो रहे गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे अजीज ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के घोषणापत्र के अनुसार कश्मीर मुद्दे का हल निकाले बिना दक्षिण एशिया में शांति स्थापित नहीं की जा सकती. अजीज ने एक बयान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के घोषणापत्र को ध्यान में रखते हुए कश्मीरी लोगों की इच्छानुसार कश्मीर मुद्दे का हल निकालने का आह्वान करते हुए कहा कि दक्षिण एशिया में शांति के लिए यह जरूरी है.
विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान के रूख के अनुसार, निष्कर्ष दस्तावेज में आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए ‘जायज’ संघर्ष को आतंकवाद के समकक्ष रखने के प्रयासों का साफ विरोध किया जाता है. कार्यालय ने कहा कि गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में अजीज के बयान में हर तरह के आतंकवाद की निंदा की गई है. अजीज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से निपटने के अपने अनुभव को गुटनिरपेक्ष आंदोलन के अन्य देशों के साथ साझा करने के लिए तैयार है.
वैश्विक भू रणनीतिक तथा राजनीतिक परिदृश्य को पुन:परिभाषित करने वाले नए सम्मिलनों और पुन: सम्मिलनों के मद्देनजर अजीज ने एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का भी प्रस्ताव दिया जो गुटनिरपेक्ष आंदोलन को विकासशील देशों के हितों की रक्षा करने वाले ‘मूवमेंट ऑफ सॉलिडेरिटी’ बनाए जाने को देखते हुए प्राथमिकताओं की गहन समीक्षा करे.