काटजू ने पाकिस्तानियों से कहा – कश्मीर के साथ बिहार भी लेना होगा

जस्टिस काटजू अपने विवादित बयानों की वजह से हमेशा चर्चा में रहते हैं. इस बार उन्होंने फेसबुक पर जस्टिस काटजू ने ट्विटर और फेसबुक वालों को जबरदस्त दिमागी खुराक दे दी . उन्होंने लिखा पाकिस्तान के लोग आइये, इस विवाद को हम सब लोग मिलकर खत्म करते हैं. एक शर्त पर हम आपको कश्मीर देंगे, साथ में आपको बिहार भी लेना होगा. ये एक पैकेज डील है. या तो दोनों, या फिर कुछ नहीं. हम सिर्फ कश्मीर नहीं देंगे. वे आग लिखते हैं कि मंजूर है क्या?

इस फेसबुक पोस्ट में जस्टिस काटजू इतने पर ही नहीं रुके. बिहार और बिहार के लोगों का और ज्यादा अपमान करते हुए लिखा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने भी आगरा वार्ता के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को ये ऑफर दिया था लेकिन मूर्ख मुशर्रफ ने इसे रिजेक्ट कर दिया था. अब एक बार फिर से ये ऑफर है. मत चूक ऐ चौहान.

काटजू ने 25 सितंबर को शाम 6 बजकर 51 मिनट पर ये पोस्ट फेसबुक पर डाला था. तब से इस पर सैकड़ों लोग अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं. काटजू की निंदा करने और शहीदों का अपमान बताते हुए लोग अपनी राय जाहिर कर रहे हैं.

कुछ ऐसी रही लोगों की प्रतिक्रिया

एक यूज़र शुभम अग्रवाल ने लिखा कि पाकिस्तान प्लीज मिस्टर काटजू को ले जाओ, लीज पर नहीं बल्कि हमेशा के लिए. इसके लिए ना तो हम कोई पैसा लेंगे और ना ही कोई शर्त रखेंगे.

सुविक राय ने लिखा है कि आप पाकिस्तान चले जाओ और फिर कभी मत आना. आप जैसे लोग देश को नहीं चाहिए जो शहीदों और सैनिकों का सम्मान करना नहीं जानते. आप समाज पर कलंक हो.

ऐसी बहुत सी टिप्पणियों जस्टिस काटजू के खिलाफ फेसबुक पर हो रही है. कल रात भी उन्होंने कई पोस्ट फेसबुक पर डाले हैं. अपने प्रोफेसर की बात का जिक्र करते हुए कल रात उन्होंने लिखा है कि हिंदुस्तान को खतरा पाकिस्तान से नहीं बल्कि बिहार से है. सवाल ये है कि जस्टिस काटजू ने इस तरह की टिप्पणियां क्यों की? बिहार के 10 करोड़ से ज्यादा लोगों और शहीदों के अपमान करने का अधिकार इन्हें किसने दिया?

बयान पर दी सफाई

एबीपी न्यूज पर अपमानजनक पोस्ट दिखाने के बाद जस्टिस काटजू ने सफाई देते हुए कहा कि ये तो बस मजाक था. बयान पर माफी मांगने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों में सेस ऑफ ह्यूमर की कमी है.