भारत में कॉर्पोरेट अफेयर्स का काम देखने वाला एक बड़ा अफसर एक दिन अचानक करप्शन के लिए गिरफ्तार कर लिया जाता है. वो अफसर जिसका पूरा ट्रेक रिकॉर्ड बेदाग है. जिसकी किसी हमेशा से छवि बेदाग रही. गिरफ्तारी और पूछताछ तो कानूनी प्रक्रिया है लेकिन इस अफसर की पत्नी को बुरी तरह पीटा गया . उसे धमकी दी गई. उसे सीबीआई के बेहद सीनियर अफसर ने बरबाद करने की धमकी दी, इतना ही नहीं उस अफसर की पत्नी और बेटी ने इस टॉर्चर से तंग आकर आत्महत्या कर ली. इतना ही नहीं इसके बाद भी उसे परेशान किया जाता रहा, अफसर जमानत पर घर आ गया लेकिन सरकारी दमन इसके बाद भी बंद नहीं हुआ. आखिर एक दिन उस अफसर ने अपने घर में उसी पंखे पर लटककर जान देदी जिस पर उसकी पत्नी ने सुसाइड किया था. उसके बेटे ने उसी दिन दूसरे कमरे में उसी फंदे पर लटक कर फांसी लगा ली जिसपर उसकी बहन ने जान दी थी. इस अफसर ने अपने सुसाइडनोट में कई नाम लिखे हैं जिनमें एक नाम बेहद खौफनाक है.
अफसर ने अमितशाह का नाम लिखा है. इस सुसाइड नोट की फोटोकॉपी हम यहां नीचे दे रहे हैं, सुसाइड नोट एक बकवास नहीं होता बल्कि किसी व्यक्ति का मृत्युपूर्व बयान होता है और उसे कानून में सबूत के बराबर अहमियत दी जाती है.
बात सुसाइड नोट में हुए खुलासे की ही नहीं है. बात उसके बाद इस देश की संस्थाओं के रवैये की है. देश का मीडिया इस खबर को दबाने में तेज़ी से लग गया. कुछ चैनल ने एक मृत व्यक्ति का सम्मान तक नहीं किया. चैनल ने मरने वाले शख्स का फोटो लगाया और उसके नीचे लिखा करप्शन का कलंक. पीछे से एक सवालिया निशान भी लगा दिया ताकि लोग चैनल पर सवाल न उठाएं.
सुसाइड नोट में कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक बी के गुप्ता ने जो लिखा है वो दिल दहला देने वाला है. आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि न्याय की व्यवस्था और समानता की दलीलें देने वाले इस लोकतंत्र में सरकार कितनी बेलगाम है और सरकारी एजेंसियों के पास किस तरह असीम शक्तियां हैं.
दिल्लीै के मुख्येमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस ‘सुसाइड नोट’ पर ट्वीट किया है. आम आदमी पार्टी के संस्थािपक सदस्यम अक्षय मल्होरत्रा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए केजरीवाल ने अपने फॉलोवर्स से इस सुसाइड नोट को वायरल करने की अपील की है. अक्षय ने ‘सुसाइड नोट’ के चार पन्नेह ट्वीट किए थे. केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा- ‘बेहद चौंका देने वाला खुलासा. क्या हम एक लोकतंत्र में रह रहे हैं? पूरी कहानी बताने से परहेज कर रही मीडिया की हिचक ज्यापदा चौंकाने वाली है. इसे पढ़िए और वायरल कीजिए.’ इसके बाद ट्विटर पर #CBIUncagedVulture का इस्तेयमाल कर अब तक 2,000 से ज्याकदा ट्वीट किए जा चुके हैं. इस नोट में अमित शाह का नाम होने पर विवाद की स्थिति बन रही है.
बाल किशन बंसल ने सुसाइड नोट लिखने के बाद मंगलवार को मधु विहार स्थित अपने घर में अपने बेटे के साथ खुदकुशी कर ली थी. बंसल को जब जुलाई में CBI ने गिरफ्तार किया था, तब बंसल की बेटी और पत्नी ने पंखे से लटक कर नीलकंठ अपार्टमेंट्स स्थित अपने घर में खुदकुशी कर ली थी. बंसल कॉर्पोरेट मंत्रालय में डीजी थे. बंसल को एक कंपनी से नौ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने उनके अपार्टमेंट से 60 लाख रुपए नकद, 20 प्रोपर्टी के दस्तावेज़ और 60 बैंक खातों के दस्तावेज़ बरामद करने का दावा किया था. बताया जा रहा है कि बंसल पत्नी और बेटी की मौत के बाद सदमे में थे. बंसल को पिछले साल ही कॉर्पोरेट मामलों के महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया था. फिलहाल बंसल ज़मानत पर थे. उन्हें अगस्त में स्पेशल कोर्ट से ज़मानत मिल गई थी.
ये है सुसाइड नोट पूरा का पूरा जस का तस