गुरुवार को गलती से लाइन ऑफ कंट्रोल पार कर पाकिस्तान पहुंचे भारतीय सैनिक चंदू बाबूलाल चौहान पाकिस्तान के कब्जे में होने की खबर सुनते ही उनकी नानी लीलाबाई चिंदा पाटील की गुरुवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. चंदूलाल फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे में हैं. उन्हें छुड़ाने के लिए हरसंभव राजनयिक और कूटनीतिक कोशिशें हो रही हैं. 23 वर्षीय चंदू बाबूलाल महाराष्ट्र के धुले जिले के वोरबीर गांव के रहनेवाले हैं. उनके पिता का नाम बाशन चौहान है. वह 37वीं राष्ट्रीय रायफल के जवान हैं. उनके भाई भी मिलिट्री में ही हैं. उनकी तैनाती फिलहाल गुजरात में है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह खुद चौहान की रिहाई के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि चंदू बाबूलाल उस कमांडो टीम का हिस्सा नहीं थे, जिसने PoK में सर्जिकल स्ट्राइक किया और आतंकियों को मार गिराया है. चंदू बाबूलाल को पाकिस्तानी सैनिकों ने मानकोट के पश्चिम में झंडरूट में अपने कब्जे में लिया है, जिसे अब सेना के हेटक्वार्टर नियाकल में रखा गया है.
इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तानी मीडिया में यह खबरें प्रसारित की गईं थी कि चंदू बाबूलाल इस ऑपरेशन में शामिल थे. हालांकि, भारतीय सेना ने इससे इनकार करते हुए कहा कि चंदू बाबूलाल उस टीम के हिस्सा नहीं थे जिसने सर्जिकल स्ट्राइक की थी. आपको बता दें कि भारतीय सेना ने बुधवार देर रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए. स्पेशल फोर्सेज के कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए PoK में आतंकियों के 7 कैंप तबाह कर दिए. करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 38 आतंकी मारे गए थे. आतंकियों को बचाने के चक्कर में इस स्ट्राइक में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए.