शाहरुख और आमिर खाने के बाद अब सलमान खान असहिष्णुता का शिकार हो रहे हैं. सलमान के पिता के बयान और उनके मोदी के साथ पतंग उड़ाने के कारण मोदी भक्त तो सलमान को कम परेशान कर रहे हैं लेकिन राज ठाकरे उन्हें एहसास दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए तो कयों किए. राज ठाकरे ने कहा है कि कई बार ऐसा होता है कि उनकी ट्यूबलाइट फ्लिक करती है. एक अंग्रेजी न्यूज चैनल से बात करते हुए राज ठाकरे कहा, ”एक बात हमें समझ में आना चाहिए कि हमारे जो जवान है उनकी पाकिस्तान या उनके सैनिकों से पर्सनल दुश्मनी तो है नहीं. उन्हें गोलियां लग रही हैं. ये गोलियां नकली तो हैं नहीं. सलमान खान को जब लगती है तो बाद में वह खड़ा हो जाता है. आर्टिस्ट कोई आसमान से थोड़ी गिरते हैं. मैं भी एक आर्टिस्ट हूं. उन्हें जब जाने के लिए 48 घंटे दिए गए तो वे चले गए. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे हमले की निंदा करते हैं तो उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तानी हैं.”
राज ठाकरे ने कहा, ”आर्टिस्ट की कोई बाउंड्री नहीं होती वगैरह. कल को हमारे सैनिक भी शस्त्र रख दें और कहे कि हम भी आएंगे गुलाम अली का कंसर्ट देखने तो क्या यह चलेगा. वो क्या हमारे नौकर है. वो वहां पर हमारी सुरक्षा कर रहे हैं. पाकिस्तान हर वक्त हम पर हमले करता रहता है. उसके बाद हम कहते हैं कि उनके कलाकारों को मत निकालो करो. कई बार कहा जाता है कि पाकिस्तान के लोग बहुत अच्छे हैं, तो इससे मैं क्या करूं. डेढ़ सौ करोड़ की आबादी वाले देश में क्या टैलेंट की कमी है क्या जो हमें आर्टिस्ट उधार लाने पड़ते हैं. ये बेवकूफ हैं, इनको सिर्फ धंधा दिखता है. आज धोनी की फिल्म को बैन किया है. यह चलता है. इनकी तरफ ध्यान देने की जरूरत नहीं है. मुझे मालूम नहीं सलमान खान बोला कब होगा. पिछली बार की तरह रात में तो बोला नहीं होगा.”
गौरतलब है कि सलमान खान ने शुक्रवार को कहा कि एक्टर्स और आतंकी अलग-अलग होते हैं. पाकिस्तानी एक्टर्स पूरे डॉक्युमेंट्स के साथ भारत आते हैं. सलमान ने कहा सरकार उन्हें यहां आकर काम करने के लिए परमिट और वीजा देती है. सर्जिकल स्ट्राइक पर बोलते हुए सलमान ने कहा, टेररिस्ट थे ना? प्रोपर एक्शन था. बता दें कि सलमान के अलावा सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भी फवाद खान का सपोर्ट किया है. करण जौहर भी इसका विरोध कर चुके हैं.