बाघा: उरी हमले के बाद भी पाकिस्तान तनाव बढ़ाने का कोई मौका गंवाने से चूक नहीं रहा. रविवार को वाघा सीमा पर बीटिंग रिट्रीट के दौरान पाकिस्तान की ओर से भारतीयों पर पत्थरबाजी की की गई. पाकिस्तान की ओर से आई भीड़ ने भारत विरोधी नारे लगाए गए और अपशब्द भी कहे. कुछ लोग पत्थर फंकने की की घटना को हल में दोनों देशों के रिश्तों में बढ़े तनाव का नतीजा मान रहे हैं तो कुछ लोग इसे पाकिस्तान की तरफ से की गई पूर्व नियोजित बदमाशी. ऐसे विचारों को इसलिए भी बल मिलता है क्योंकि पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों ने पत्थर फेंक रहे लोगों को रोकने की कोशिश नहीं की.
सूत्रों का कहना है कि भारत ने इस घटना के विरोध में पाकिस्तान पक्ष से फ्लैग मीटिंग का प्रस्ताव दिया, लेकिन उसका भी कोई जवाब नहीं आया. शनिवार को भी पाकिस्तान की ओर से सीमा पर इस समारोह को देखने अप्रत्याशित तौर पर हजारों लोग उमड़े थे.
बीएसएफ ने पत्थरबाजी की शिकायत पाकिस्तान अधिाकारियों से की है लेकिन उनकी तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है.
गौरतलब है कि पीओके में भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद 29 सितंबर से अटारी-वाघा बॉर्डर पर ‘बीटिंग रिट्रीट’ सेरेमनी को बंद कर दिया था. इसके बाद बिना लोगों के इसे शुरू किया गया. पहले कैंसल कर दी थी. लेकिन बाद में बिना पब्लिक के कराई.