प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक के फायदे के लिए इस्तेमाल क्या किया बाकी पार्टियां परेशानी मे आ गई. हालात ये हैं कि ये पार्टियां अब अफरातफरी में अजीबो गरीब बयान देने लगी हैं.
पहले केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में सरकार से सफाई देने की मांग की तो अब कांग्रेस के रणदीप सुर्जेवाला ने तो बाकायदा सरकारी सीक्रेट ही पब्लिक कर दिया.
सुरजेवाला ने दावा किया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में पाकिस्तान में चरमपंथियों के ख़िलाफ़ सर्जिकल स्ट्राइक किया था लेकिन कभी इसका राजनीतिक फ़ायदा नहीं उठाया.
यहां तक तो ठीक है लेकिन सुरजेवाला क्रेडिट की होड़ में जो उनकी ही सरकार का सीक्रेट था उसे ही जनता के सामने रख दिया. ,सुरजेवाला ने वो तारीखें सार्वजनिक कर दीं जिन्हें मनमोहन सिंह सरकार ने गोपनीय रखा हुआ था. सुरजेवाला के मुताबिक कांग्रेस के शासनकाल में एक सितंबर 2011, 28 जुलाई 2013 और 14 जनवरी 2014 को ‘शत्रु को मुंहतोड़ जबाव’ दिया गया था.
बयान में कहा गया है, ”परिपक्वता, बुद्धिमत्ता और राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र कांग्रेस सरकार ने इस तरह कभी हल्ला नहीं मचाया.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का दावा है कि सेना ने उड़ी पर चरमपंथी हमले के बाद नियंत्रण रेखा पर चरमपंथियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी जिसमें कई चरमपंथी मारे गए थे.
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की थी.
कुछ राज्यों में इस तरह के पोस्टर भी देखे गए जिनमें प्रधानमंत्री मोदी को नायक की तरह बताया गया है. विपक्षी कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी कुछ राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है.