राहुल गांधी ने कहा कि सैनिकों के खून पर सरकार दलाली कर रही है तो हंगामा हो गया. वैसे तो समाज में एक खास विचारधारा ऐसी है जो हरचीज़ पर हंगामा खड़ा कर देती है. लेकिन चूंकि इसबार हमला इस विचारधारा के सबसे बड़े आदर्श पुरुष पर था तो हंगामे के साथ तिलमिलाहट भी दिखाई देने लगी. दलाल कहना हो सकता है बीजेपी को बुरा लगा हो. हो सकता है मोदी को महापुरुष मानने वाले तथाकथित भक्तों को भी ये बुरा लगा हो लेकिन कुछ सवाल हैं जो खुद इन लोगों से पूछे जाने चाहिए. (सारे सवाल पढिएगा क्योंकि सिर्फ राफेल की बात नहीं है इसमें)
- क्या राफेल विमान बनाने वाली कंपनी में मोदी जी के बचपन सबसे पक्के दोस्त और बीजेपी को अंधाधुंध पैसा देने वाले मुकेश अंबानी और उनके भाई अनिल अंबानी की हिस्सेदारी नहीं है?
- क्या राफेल की खरीदारी के दस्तावेज़ उस समय ही दस्तखत नहीं किए गए जबकि उड़ी में सैनिकों पर हमला हुआ और पूरा देश सदमे में था ?
- क्या राफेल की डील में एनडीए की सरकार के दौरान तय किए गए दाम से कई गुना पैसा नहीं दिया गया ?
- क्या राफेल विमान को भारत में बनाने की शर्त को डील से नहीं निकाला गया . क्या टैक्नॉलॉजी के हस्तांतरण से भारत को होने वाले अरबों के फायदे को मोदी सरकार न छोड़ा नहीं ?
- क्या राफेल से टैक्नोलॉजी लेकर भारत युद्धक विमान बनाने वाले देशों में शामिल नहीं हो जाता ?
- क्या जानबूझकर एक आतंकवादी हमले के बाद युद्ध का उन्माद पैदा नहीं किया गया ताकि शोरशराबे में राफेल डील पर बात न हो ?
- भारत पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा करना युद्ध का माहौल बनाना, कश्मीर में जानबूझकर तनाव बढाना सरकार की नीतियों का नतीजा नहीं था?
- क्या इसी वजह से कश्मीर में मारकाट नहीं बढ़ी , क्या इसके कारण खून नहीं बहा ?
- क्या ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने के मामले को जानबूझकर देश झूठा उन्माद पैदा करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया ?
- अगर ब्रह्मपुत्र में पानी रोका जा रहा है तो सरकार ने वैसी सख्त प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी जैसी पाकिस्तान ने सिंध नदी का पानी रोके जाने की मीडिया रिपोर्ट भर से दी और कहा कि इसे युद्ध की श्रेणी में रखा जाएगा ?
- क्या ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की परियोजना 2014 से नही चल रही? तब से अब तक चुप्पी क्यों अब हंगामा क्यों?
- ब्रह्मपुत्र में सैक्ड़ों उप नदियां हैं. एक उपनदी पर बांध बनाने से नॉर्थईस्ट में सूखा कैसे पड़ सकता है लेकिन ये फैलाया गया? वो भी राफेल डील के समय ही क्यों ?
इस सवालों के ईमानदारी से जवाब ढूंढ लीजिए आपको खुद समझ आ जाएगा राहुल गांधी ने खून के दलाल क्यों कहा. ये भी समझ आ जाएगा कि राहुल गांधी ने सेना का अपमान नहीं किया बल्कि युद्ध के उन्माद में झोक कर सैनिकों का जीवन खतरे में डालने वालों को एक्सपोज किया. इसलिए आसानी से समझा जा सकता है कि राहुल गांधी की घेराबंदी क्यों की जा रही है.