सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे संप्रदायिक ज़हर का असर अब सरकारी व्यवस्था पर भी नज़र आने लगा है. झारखंड में लड़के ने बीफ को लेकर वाट्सएप पर आपत्ति जनक टिप्पणी की थी. वो वाट्सएप शेयर हुआ. वाट्सएप मैसेज ‘देशभक्त’ थानेदार को नागवार गुजरा. उसने एक के बाद एक लड़के को पकड़ा और पूछताछ की आखिर में उसे वो लड़का मिल गया जिसपर मैसेज बनाने का शक था. इसके बाद थानेदार ने उस लड़के को पीटपीट कर मार दिया. मरने से पहले थानेदार ने लड़के की मां से भी बदतमीजी की.
जनसत्ता की खबर के मुताबिक उस लड़के का नाम मिनाज अंसारी था. वह कुल 22 साल का था. उसे एक हफ्ते पहले ही व्हाट्स अप पर बीफ को लेकर किए गए एक कमेंट के लिए पुसिस ने गिरफ्तार किया था. लड़के की मौत राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) में रविवार को हुई. मिनाज के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस हिरासत में उसे पीटा गया और उसपर काफी अत्याचार किया गया जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं पुलिस का कहना है कि मिनाज को मस्तिष्क में सूजन थी जिससे उसकी मौत हुई. हालांकि, पलिस अधिकारियों ने यह माना कि जांच कर रहे अधिकारियों ने कुछ ‘गड़बड़’ की थी. इसके लिए नारायणपुर पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इन चार्ज, सब इंस्पेक्टर हरीश पाठक को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा उसपर मर्डर की धारा लगाकर FIR भी दर्ज की गई है. मिनाज के परिवार ने हरीश पाठक के खिलाफ लिखित में शिकायत भी दी है. इसके अलावा मिनाज की मां के साथ थाने में बदतमीजी का आरोप भी हरीश के ऊपर है.
पुलिस के मुताबिक, 2 अक्टूबर को बीफ को लेकर एक मैसेज व्हाट्सअप के जरिए झारखंड के दिगहारी गांव में फैलना शुरू हुआ. शिकायत के बाद कुछ लोगों को पकड़ा गया. बाकी लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया और मिनाज को हिरासत में ले लिया गया. दो दिन बाद मिनाज के पिता उमर शेख और बाकी परिवार को पता लगा कि मिनाज को इलाज के लिए धनबाद के एक हॉस्पिटल में ले जाया गया है. घरवालों को पता लगा था कि पुलिस हिरासत में मिनाज जख्मी हुआ है. 7 अक्टूबर को मिनाज को RIMS लाया गया. दो दिन बाद वहीं पर उसकी मौत हो गई. अब मामले की जांच चल रही है. सावधानी बरतते हुए इलाके में पुलिस की तैनाती भी कर दी गई है. इसके अलावा मिनाज के परिवार को 2 लाख रुपए देने की बात भी कही गई है.