बुलंद शहर के उस परिवार के छोटे बेटे की कुछ लोगों ने हत्या कर दी. बडे बेटे को भी कोई न मार डाले इसलिए गरीब कंडक्टर बाप ने उसे सबसे छिपाकर नोएडा भेज दिया ताकि वो सुरक्षित रह सके. परिवार वालों का कहना है कि बडे बेटे सूरज को हत्यारों से तो बचा लिया गया लेकिन पुलिस ने उसे नक्सली बताकर जेल में डाल दिया. गांव वालों का कहना है कि सूरज बेकसूर है. ग्रामीणों ने उसे निर्दोष बताते हुए फंसाने का आरोप लगाया है. दावा किया कि सूरज बेहद सीधा युवक है और भाई की हत्या के बाद करीब डेढ़ माह पहले ही परिजनों ने उसे जबरन नोएडा भेजा था.
रविवार को उत्तर प्रदेश एटीएस ने नोएडा में सेक्टर-49 के एक फ्लैट से 9 नक्सलियों को गिरफ्तार करने का दावा किया. नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक भी बरामद किया गया है. एटीएस ने यह भी दावा किया है कि सभी नक्सली बम बनाने में निपुण हैं. एटीएस द्वारा पकड़े गए युवकों में बुलंदशहर की नई मंडी रिपोर्टिंग चौकी क्षेत्र के गांव जुलेपुरा उर्फ फतेहाबाद का सूरज पुत्र तेजपाल भी शामिल है. नक्सली के रूप में सूरज को गिरफ्तार किए जाने की खबर मिलने के बाद पिता तेजपाल एवं अन्य परिजन बदहवास हालत में हैं.
दैनिक हिन्दुस्तान का दावा है कि उसकी टीम जब गांव फतेहाबाद में सूरज के घर पहुंची तो वहां ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई थी. पिता तेजपाल ने दावा किया कि सूरज को फंसाया गया है. उन्होंने बताया कि जुलाई 2016 में उनके छोटे पुत्र कपिल की हत्या कर दी गई थी. उस मामले का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है. ऐसे में अज्ञात हत्यारों से सूरज की जान को खतरा देखते हुए उन्होंने उसे नोएडा में रिश्तेदार के यहां भेजा था. सूरज वहां गाड़ी चलाता था. सात दिन पहले ही सूरज ने रिश्तेदार की बजाय किसी अन्य व्यक्ति के यहां काम करना शुरू किया था और अब अचानक उसके नक्सली के रूप में गिरफ्तार होने का पता चला. ग्रामीण प्रशांत, दीपक कुमार, राहुल, पवन आदि ने बताया कि सूरज बेहद सीधा-साधा युवक है. उसका गांव में कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ. उन्होंने भी सूरज को गलत फंसाने का आरोप लगाया.
न्याय की गुहार लगाएंगे परिजन
पीड़ित पिता तेजपाल ने बताया कि वह ग्रामीणों के साथ उच्चाधिकारियों से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे. उनके पुत्र ने आज तक कोई गलत काम नहीं किया. ऐसे में वह देशविरोधी गतिविधियों में कैसे लिप्त हो सकता है.
सूरज पर नहीं है कोई आपराधिक मुकदमा
नक्सली बताकर गिरफ्तार किए गए सूरज पर जिले के किसी भी थाना-कोतवाली में कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि सूरज का गांव या आसपास क्षेत्र में कभी किसी से कोई विवाद तक नहीं हुआ. वह सभी की मदद करने वाला युवक है.
परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर
सूरज के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. पिता तेजपाल कंडक्टर का काम करते हैं, जबकि छोटे भाई की हत्या हो चुकी है. संपत्ति के नाम पर एक पुश्तैनी मकान है. अभी शादी नहीं हुई है.