दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया की तकलीफों से अभी राहत नहीं मिली है कि एक और खतरनाक बीमारी सिर पर आकर खड़ी हो गई है. दिल्ली में बर्डफ्लू का खतरा है और को बर्ड फ्लू का वायरस मिलने की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक चिड़ियाघर में यह वायरस प्रवासी पक्षियों पेंटेड स्टॉर्क, पेलिकंस और बतख में पाया गया है. बर्ड फ्लू की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. कई टीमें जांच के लिए बुधवार को चिड़ियाघर पहुंचेंगी. चिड़ियाघर में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्ड फ्लू का टीका लगाया जा रहा है.
चिड़ियाघर के पक्षियों में बर्ड फ्लू का वायरस मिलने का इस साल यह पहला मामला है. बता दें कि हाल ही में भारत ने खुद को बर्ड फ्लू मुक्त देश घोषित किया है. पिछले सप्ताह करीब 11 पक्षियों के मृत पाए जाने के बाद जांच के लिए सैंपल जालंधर और भोपाल भेजे गए थे. जांच में पक्षियों के बर्ड फ्लू से मरने की पुष्टि हुई है. एहतियातन प्रशासन ने चिड़ियाघर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया है. इस मामले की अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
राष्ट्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने भी चिड़ियाघर प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है. फिलहाल चिड़ियाघर में मौजूद अन्य पक्षियों को बर्ड फ्लू से बचाने के लिए जरूरी इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं. पेंटेड स्टोर्क पक्षी दूसरे राज्यों से सितंबर में चिड़ियाघर में डेरा डालने आते हैं. माना जा रहा है कि ये पक्षी दूसरे राज्यों से संक्रमित होकर यहां पहुंचे हैं. इस बार इनकी संख्या काफी ज्यादा है.
इनका प्रजनन शुरू हो गया है, इसलिए प्रशासन के लिए समस्या और भी गंभीर हो गई है. स्वतंत्र रूप से झील के आसपास रहने वाले इन प्रवासी पक्षियों का इलाज कर पाना संभव नहीं है, इसलिए इन्हें यहां से भगाने पर विचार किया जा रहा है. गौरतलब है कि वर्ष 2005 और 2013 में दिल्ली समेत कई राज्यों को बर्ड फ्लू के मद्देनजर हाई अलर्ट पर रखा गया था, लेकिन उस समय दिल्ली में बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया था.