अमरीका में आठ नवंबर को राष्ट्रपति के लिए चुनाव होंगे. सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि अमरीका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा.
जो सबसे ताज़ा सर्वे आए हैं उनके मुताबिक़ हिलेरी अपने विरोधी ट्रम्प से लगभग नौ फ़ीसद से आगे चल रही हैं. इस समय हिलेरी की रेटिंग 51 फ़ीसदी है जबकि ट्रम्प 42 फ़ीसद पर चल रहे हैं.
30 करोड़ से ज़्यादा की आबादी वाले देश में लोगों का चुनावी रुझान क्या है, इसे बताना शायद आसान नहीं लेकिन फिर भी पोल सर्वेक्षकों को इससे रोका नहीं जा सकता है.
ज़्यादातर राष्ट्रीय सर्वे में 1000 का सैंपल रखा गया है. लेकिन अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव में हार और जीत का फ़ैसला उन राज्यों में होता है जिन्हें स्वींग स्टेट कहा जाता है.
स्वींग स्टेट उन राज्यों का कहा जाता है जिनके बारे में दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है कि वहां किस उम्मीदवार को बढ़त है यानी वैसे राज्य जहां मतदाता किसी भी उम्मीदवार को वोट दे सकते हैं.
इसके लिए 13 राज्यों को ख़ास तौर पर चुना गया है जिसके फ़ैसले निर्णायक होंगे.
अभी के सर्वे बता रहे हैं कि इन 13 में से नौ राज्यों में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और चार राज्यों में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रम्प आगे हैं.
अगर चुनाव के दिन तक यही ट्रेन्ड बरक़रार रहा तो हिलेरी क्लिंटन की जीत तय है.
इन दोनों के अलावा जिल स्टाइन और गैरी जॉनसन भी आज़ाद उम्मीदवार हैं. वो चुनाव जीतने की स्थिति में तो बिल्कुल भी नहीं हैं लेकिन अगर उन्हें किसी राज्य में अच्छे वोट मिल जाते हैं तो उस राज्य में क्लिंटन और ट्रम्प के बीच कांटे की टक्कर की हालत में अंतिम समय में चुनावी नतीजे प्रभावित हो सकते हैं.
हिलेरी क्लिंटन शुरु से ही आगे चल रहीं थीं लेकिन कभी-कभी ऐसा भी हुआ कि वो थोड़ा असहज दिखीं, जैसे कि सितंबर के शुरुआत में जब उन्होंने ट्रम्प के समर्थकों के बारे में अपशब्द कह दिए थे. उसके दो दिन बाद एक कार्यक्रम के दौरान उन्हें बीच में ही उसे छोड़कर आना पड़ा. इस वजह से उनके स्वास्थ को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगीं.
लेकिन सितंबर के अंत तक उनकी स्थिति सुधर गई.
ट्रम्प ने हालांकि अपनी स्थिति में काफ़ी सुधार किया है. 2015 की गर्मियों में हिलेरी क्लिंटन अपने प्रतिद्वंदी ट्रम्प से 20 फ़ीसदी के अंतर से आगे चल रहीं थीं. लेकिन धीरे-धीरे ये फ़ासला कम होने लगा. इस साल जुलाई में रिपब्लिकन पार्टी कन्वेंशन में जब ट्रम्प ने आधिकारिक रूप से पार्टी का नामांकन स्वीकार किया था तब हिलेरी से आगे हो गए थे.
लेकिन फिर कुछ ही दिनों बाद जब डेमोक्रेटिक पार्टी कन्वेंशन हुआ तो हिलेरी एक दफ़ा फिर ट्रम्प से आगे हो गईं.
courtsey BBC hindi