केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने केन्द्रीय मंत्री होते हुए कानून अपने हाथ में लिया और एक पुलिसवाले की टोपी उछाल दी. उन्होंने सुरक्षा में तैनात पुलिस वाले के सिर पर हाथ मारा जिससे उसकी टोपी नीचे गिर गई. लेकिन खबर के इस हिस्से को मीडिया दिखाना नही चाहता. मीडिया में खबर है कि बाबुल सुप्रियो को एक शख्स ने पत्थर मारा जो उनके पेट में लगा इससे वो घायल हो गए.(जबकि ंमामूली चोट आई)
इसके बात पत्थर फेंकने वाले को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कम से कम 1000 घूंसे लातें और पत्थर मारे. लेकिन ये खबर भी सिरे से गायब है. पत्थर फेंकने वाला कोई सिरफिरा लड़का नहीं था एक बुजुर्ग था. उस बुजुर्ग की बीजेपी और मंत्री से क्या शिकायत थी ये खबर भी गायब है. हम आपको वीडियो दिखा रहे हैं कि कैसे सुप्रियो और उनके साथियों ने गुंडागर्दी की और कानून को हाथ में लिया. इतना ही नहीं जो मार्च बाबुल सुप्रियो निकाल रहे थे उसका मकसद जेल में बंद बीजेपी कार्यकर्ताओं को रिहा कराना था.
अब पढ़िए वो खबर जो मीडिया ने दिखाई
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो पर बुधवार को कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आसनसोल में ईंट से हमला किया, जब वह कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करने के एक पुलिस थाना जा रहे थे। भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम राज्य मंत्री सुप्रीयो ने बताया, ‘मैं अपनी पार्टी के कुछ लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए थाने जा रहा था। मुझ पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईंट से हमला किया गया और मेरी कार की खिड़की का कांच क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने काले झंडे भी दिखाए। मैं नहीं जानता कि पुलिस ने भीड़ को मेरी कार के पास क्यों आने दिया ।’
घटना की वीडियो फुटेज से जाहिर होता है कि सुप्रीयो एक वाहन के फूटबोर्ड पर खड़े थे और एक पत्थर उनके सीने पर आ लगा। भाजपा सूत्रों ने बताया कि हमले में केंद्रीय मंत्री को चोट लगी है। आसनसोल के पुलिस आयुक्त एलएन मीणा ने बताया कि भाजपा समर्थकों ने तृणमूल नेता के घर का घेराव करने की योजना बनाई थी और जिस वक्त संकट शुरू हुआ उस वक्त मंत्री मलय घटक आसनसोल उत्तर पुलिस थाना इलाके में थे। सूत्रों के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ताओं को घटक के आवास की ओर जाने से रोक दिया गया जिसके चलते वे आसनसोल दक्षिण पुलिस थाना की ओर बढ़े। भाजपा और तृणमूल के समर्थकों के बीच उस वक्त झड़प हुई जब भगवा पार्टी कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए जा रहे थे।
मीणा ने बताया कि घटना के सिलसिले में सभी 57 लोगों लोगों गिरफ्तार कर लिया गया है। सुप्रीयो ने प्रदर्शन का अधिकार होने की बात करते हुए दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को तृणमूल के लोगों ने पीटा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि उनकी पार्टी ने कल इलाके में गाय तस्करी के खिलाफ प्रदर्शन किया था तभी तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई की। भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस भी कथित तौर पर उठा ले गई जिनकी सुप्रीयो रिहाई सुनिश्चित कराना चाहते थे। स्थानीय तृणमूल नेता शिवदासन ने कहा कि भाजपा कार्यकताओं को मंत्री के घर के सामने प्रदर्शन करने की बजाय प्रशासन के समक्ष विरोध दर्ज कराना चाहिए।