समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के बीच की तनातनी में राहुल गांधी एक अहम फैक्टर बन गए हैं. दोनों ही गुटों का भविष्य राहुल गांधी के अगले कदम पर टिका है.
समाजवादी पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक सीएम अखिलेश यादव अलग थलग कर दिए जाने के बाद बेहद बेचैन हैं और कोई बड़ा कदम उठाने की तैयारी में हैं. ताज़ा हालात में माना जा रहा है कि उनकी राहुल गांधी से नज़दीकियां बढ़ रही हैं और वो सार्वजनिक रूप से कई बार राहुल की तारीफ करके उनके साथ गर्मजोशी दिखाने की कोशिश भी कर चुके हैं. अखिलेश जानते हैं कि समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह का रुख और उनके साथ दूसरे नेताओं के इटट्ठे हे जाने के बाद पार्टी में उनका ज्यादा भविष्य नहीं बचा है. अखिलेश अपने कार्यकाल में ईमानदार सीएम की छवि बनाने में कामयाब रहे हैं लेकिन बाहुबलियों की समाजवादी पार्टी में वापसी के बाद वो अपनी इस छवि को बचाकर नहीं रख पाएंगे. अगर वो इस पर भी समझौता कर लेते हैं तो भी मुलायम के आसपास इकट्ठा जमात उन्हें खुलकर काम नहीं करने देती.
ऐसे हालात में अखिलेश यादव के पास दो ही रास्ते हैं. या तो वो चुपचाप दोयम दर्जे की जिंदगी दोयम दर्जे के नेता के तौर पर जीते रहे या दूसरा रास्ता अपनाएं. दूसरे रास्ते के बीच से दो रास्ते निकलते हैं. 1. अलग पार्टी बनाकर मुलायम सिंह से किनारा कर लिया जाए और अपनी साफ छवि को लेकर यूपी में चुनाव लड़ा जाए 2. किसी और पार्टी में शामिल होकर अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया जाए. दोनों ही सूरतों में अगर अखिलेश की छवि और विचारधारा के साथ अगर कोई पार्टी मेल खाती है तो वो है कांग्रेस पार्टी. बहुजन समाज पार्टी के साथ उनका निबाह मुमकिन नहीं है क्योंकि मायावती की पार्टी में एक ही नेता होता है और वो खुद मायावती है. बीजेपी के साथ विचारधारा के मतभेद अहम हैं. और अखिलेश दोनों के लिए ये फायदे का सौदा नहीं होगा. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने हाल में उत्तरप्रदेश में बेहतरीन तरीके से अपने अभियान की शुरूआत की है तो अखिलेश का उसके साथ जाना किसी भी हाल मे घाटे का सौदा नहीं रहने वाला
कांग्रेस के नज़रिए से अखिलेश यादव भी अहम हैं. अखिलेश की छवि समाजवादी पार्टी के बाकी नेताओं और बाहुबली राजनीति वाली समाजवादी पार्टी से एकदम अलग है. उत्तर प्रदेश के लोग उन्हें ऐसे नेता केतौर पर देखते हैं जो सचमुच कुछ करने की इच्छा रखता है . मिस्टर क्लीन राहुल गांधी के लिए यूपी में सीएम कैंडीडेट की कमी भी अखिलेश यादव पूरी कर सकते हैं.
यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं के होश उड़े हुए हैं. मुलायम सिंह की तरफ से समाजवादी पार्टी के नेता तरह तरह से कांग्रेस पार्टी को मस्का लगा रहे हैं. पार्टी ने अमर सिंह को इसके लिए मुकर्रर किया है. अमर सिंह लगातार राहुल गांधी की शान में कशीदे पढ़ रहे हैं. वो कांग्रेस के कई नेताओं के संपर्क में हैं ताकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच भविष्य की संभावनाएं भी तलाश की जा सके और अखिलेश और राहुल के बीच पढ़ती नज़दीकियों को कम किया जा सके.
जो भी हो राहुल गांधी यूपी की राजनीति में एक बड़े खिलाड़ी बनकर उभरे हैं जो कांग्रेस कल तक यूपी में बेहद कमज़ोर हालत में थी वो बेहद ही मजबूत हालत में है और गेम चेंजर बनर उभरी है