KN की खबर का जबरदस्त असर हुआ है. कल ही Knockingnews ने खबर दी थी कि अखिलेश यादव राहुल गांधी से नज़दीकियां बढ़ा रहे हैं हो सकता है वो अलग से पार्टी बनाकर कांग्रेस का समर्थन हासिल करें या बड़ा वादा मिलने पर कांग्रेस का दामन ही थाम लें. इस खबर का असर हुआ और तत्काल मुलायम सिंह ने शिवपाल यादव को अखिलेश के घर भेजा ताकि उन्हें बड़ा कदम उठाने से पहले ही मनाया जा सके. शिवपाल ने उनसे करीब 2 घंटे मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में शिवपाल यादव ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अखिलेश यादव से जिला अध्यक्षों की बैठक और नई कार्यकारणी की बैठक में आने का अनुरोध किया. जिलाध्यक्षों की बैठक शुक्रवार को और प्रदेश कार्यकारणी की बैठक शनिवार को बुलाई गई है जिसकी अध्यक्षता शिवपाल यादव करेंगे. माना जा रहा है कि शिवपाल यादव ने अखिलेश से 5 नवंबर को होने वाली समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में आने को भी कहा. अखिलेश को दिए इस न्यौते का मतलब साफ है कि अखिलेश समाजवादी पार्टी में सहज अनुभव करें.
लेकिन अखिलेश यादव अभी मानने को तैयार नहीं हैं. समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में 5 नवंबर को रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है. मुख्य अतिथि मुलायम सिंह यादव होंगे. लेकिन अखिलेश इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे. इस कार्यक्रम से दो दिन पहले 3 नवंबर से अपनी रथयात्रा का ऐलान करके अखिलेश यादव ने यह साफ कर दिया था कि वह पार्टी के तौर-तरीकों से नाराज हैं और इस समारोह में रथयात्रा के बहाने मौजूद नहीं रहेंगे. मुलायम सिंह यादव के कहने पर शिवपाल यादव अखिलेश से मिलने गए थे और उनसे पार्टी के इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने को कहा.
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पार्टी से निकाले गए उन नेताओं की वापसी की भी चर्चा हुई जिन्हें शिवपाल यादव ने अध्यक्ष बनते ही पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में हटा दिया था. यह सभी लोग अखिलेश यादव के करीबी हैं और इनकी पार्टी में वापसी नहीं होने की वजह से अखिलेश यादव खासे नाराज हैं.