मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने कैबिनेट से 4 मंत्रियों की छुट्टी कर दी है इनमें शिवपाल यादव और ओपी सिंह भी शामिल हैं.
इस बीच अखिलेश यादव के करीबी मैनपुरी के विधायक राजू यादव ने अखिलेश यादव के हवाले से कहा कि मुख्रयमंत्री अमर सिंह के नज़दीकी किसी भी मंत्री को कैबिनेट में बर्दाश्त नहीं कर सकते.
घटनाक्रम के ठीक बाद शिवपाल यादव सीधे मुलायम सिंह के घर उनसे मिलने पहुंच गए हैं
पार्टी दफ्तर गए अखिलेश यादव ने मंत्रियों को निकालने की घोषणा की. दूसरी तरफ मुलायम सिंह यादव के घर एक बैठक हो रही है जिसमें शिवपाल के अलावा रेवती रमन, नरेश अग्रवाल और माता प्रसाद अग्रवाल मौजूद हैं.
उधर रामगोपाल यादव ने कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखकर समर्थकों और विरोधियों के बीच स्पष्ट लाइन खींच दी है. समाजवादी पार्टी में दो फाड़ होता दिख रहा है.
इस चिट्ठी में रामगोपाल यादव ने लिखा है कि सुलह की कोशिश अखिलेश की यात्रा रोकने की साजिश है. कार्यकर्ता अखिलेश के साथ जुटें. अखिलेश विरोधी विधानसभा नहीं पहुंच पाएंगे. रामगोपाल ने साथ ही लिखा है कि अखिलेश की यात्रा विरोधियों के गले की फांस बन गई है. मध्यस्थता करने वाले दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं. जहां अखिलेश हैं, जीत वहीं है.
रामगोपाल यादव ने लिखा है कि हम चाहते हैं कि राज्य में समाजवादियों की सरकार बने जबकि वो यानि (शिवपाल और उनके समर्थक) चाहते हैं कि हर हाल में अखिलेश चुनाव हारें. हमारी सोच पॉजिटिव है, जबकि उनकी सोच नेगेटिव है. रामगोपाल ने लिखा है कि अखिलेश के साथ वो लोग हैं, जिन्होंने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया है, अपमान सहा है, जबकि उधर के लोग वो हैं, जिन्होने हजारों रुपया कमाया है, व्यभिचार किया है और सत्ता का दुरूपयोग किया है.