नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के ड्रामे का आज या कल अंत हो जाएगा. आखिर में पार्टी में समझौता होने के हालात बन गए है लेकिन इससे भी ज्यादा अहम खबर कांग्रेस पार्टी की तरफ से आने वाली है. कांग्रेस पार्टी जल्द ही प्रियंका गांधी को चुनाव प्रचार में सक्रिय रूप से उतारने वाली है. इससे पहले तक प्रियंका पार्टी का प्रचार तो करती रही हैं लेकिन सक्रिय रूप से पार्टी के नीति निर्धारण में कभी हिस्सा नहीं लेती थीं. इस बार उनकी सक्रियता कुछ अलग तरह की रहने वाली है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक चुनाव प्रचार अभियान की तैयारियों को लेकर सोमवार को हुई पार्टी की एक अहम बैठक में प्रियंका गांधी शामिल हुईं. यह पहली बार है जब प्रियंका पार्टी की किसी आधिकारिक बैठक में शामिल हुई हैं. रिपोर्ट के अनुसार इस उच्च स्तरीय बैठक में 2017 विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के लिए रणनीति पर चर्चा की गई. समझा जाता है कि कांग्रेस के आगामी चुनाव प्रचार में प्रियंका बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगी.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता काफी दिनों से प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग कर रहे हैं.
इससे पहले, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने भी रविवार को कहा था कि प्रदेश में राहुल गांधी के ‘शक्तिशाली’ अभियान में प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस की ताकत ‘कई गुना’ बढ़ जाएगी . उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके मद्देनजर शीला यहां का धुंआधार दौरा कर रही हैं. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह उत्तर प्रदेश का सांप्रदायिक रूप से ‘ध्रुवीकरण’ की कोशिश कर रही है और ऐसा करने के लिए समान नागरिक संहिता के विवादास्पद मुद्दे को हवा दे रही है.
78 वर्षीय शीला ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी किसान यात्रा के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बखूबी बढ़ाया है और अगर प्रियंका सक्रिय भागीदारी करने का फैसला लेती हैं तो यह पार्टी के लिए चमत्कार जैसा काम करेगा.
सियासी रूप से महत्वपूर्ण इस राज्य की सत्ता से पार्टी बीते 27 साल से बाहर है.
कांग्रेस की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव के लिए क्षेत्र विशेष के घोषणा पत्र लाने पर विचार कर रही है क्योंकि हर इलाके की अपनी समस्या होती है. उन्होंने कहा कि इस बात के स्पष्ट संकेत हैं कि राज्यभर में पार्टी फिर से खड़ी हो रही है.