नई दिल्ली: पाकिस्तान के सिंध में चल रहे 93 मदरसों में आतंकवाद की शिक्षा दी जा रही है. एक मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को खुफिया रिपोर्ट के हवाले से ये दावा किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसीज के हेड्स ने सीएम को यह भी बताया है कि हाल ही में अरेस्ट कुछ हाईप्रोफाइल टेररिस्ट्स से शहर में मौजूद बाकी आतंकियों और उनकी साजिशों के बारे में जानकारी मिली है. बैठक में यह भी बताया गया कि कराची और इसके स्लम एरिया में गैरकानूनी तरीकों से रह रहे लोग आतंकियों को शरण दे रहे हैं और उन्हें मदद भी कर रहे हैं. इनमें से कुछ लोग तो सीधे तौर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल हैं.
बता दें कि पाकिस्तान में क्वेटा के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर बीते सोमवार की देर रात 3 आतंकियों ने हमला किया था. इसमें 61 पुलिस ट्रेनी और अफसरों की मौत हो गई थी. वहीं, 118 घायल हुए हैं.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के पास इन मदरसों में चल रही गतिविधियों के बारे में भरोसा करने लायक जानकारियां हैं.’ इस रिपोर्ट के बारे में सिंध प्रॉविंस के मुख्यमंत्री के घर पर बीते एक विशेष बैठक में जानकारी दी गई.
बैठक की अध्यक्षता चीफ मिनिस्टर मुराद अली शाह ने की. इसमें खुफिया एजेंसियों के प्रांतीय प्रमुखों के साथ ही रेंजर्स डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल बिलाल अकबर भी शामिल हुए.
सिंध प्रॉविंस के सीएम मुराद अली शाह ने बैठक में पुलिस और रेंजर्स को इन मदरसों के खिलाफ एक ऑपरेशन शुरू करने का निर्देश दिया.
शाह ने कहा ‘इस तरह की हरकत को मंजूर नहीं किया जा सकता. धर्म के नाम पर किसी को बेकसूर लोगों के खून के साथ खेलने की इजाजत नहीं दी जा सकती.’
‘न ही एक पवित्र जगह को ऐसी हरकत के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.’
अखबार का दावा है कि फिलहाल इस ऑपरेशन को चहल्लुम के खत्म होने तक के लिए टाल दिया गया है.
अशुरा के दिन के बाद 40वें दिन चहल्लुम होता है. उसके बाद ही यह ऑपरेशन शुरू होने की उम्मीद है.
सीएम शाह ने होम डिपार्टमेंट को यह भी निर्देश दिया है कि वह इन 93 मदरसों की हर दिन की गतिविधियों की जानकारी पर नजर रखे.