नई दिल्ली, एक सर्वेक्षण एजेंसी ने उत्तर प्रदेश में एक माह में दो सर्वे किए और इनसे लगता है कि समाजवादी पार्टी में उखाड़-पछाड़ से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लोकप्रियता बढ़ी ही है.
कुनबे की कलह सार्वजनिक होने के बाद इस एजेंसी ने सितंबर और अक्टूबर में एक-एक बार सर्वेक्षण कराया. न्यूज वेबसाइट हफिंग्टन पोस्ट के लिए सी वोटर द्वारा यह सर्वेक्षण 403 विधानसभा क्षेत्रों में 12,221 लोगों के बीच कराया गया. खास बात यह है कि इन सर्वेक्षणों के दौरान सपा के आधार वोट बैंक- यादव और मुसलमान, का भी खास तौर से ध्यान रखा गया.
इसमें जब पूछा गया कि आपकी नजर में अखिलेश और शिवपाल- दोनों में से कौन ज्यादा लोकप्रिय हैं तो इस बार 83 फीसद लोगों ने अखिलेश का नाम लिया. पिछली बार 77 फीसद लोगों ने ऐसा कहा था. शिवपाल का नाम पिछली बार 6.9 जबकि इस बार 6.1 फीसद लोगों ने लिया.
इसी तरह, पिता मुलायम की तुलना में भी अखिलेश अधिक लोकप्रिय नजर आते हैं. दोनों की लोकप्रियता की तुलना वाले सवाल में भी अखिलेश को इस बार 76 जबकि पिछले महीने 67 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया. मुलायम के प्रति पिछली दफा 19 जबकि इस दफा 15 प्रतिशत लोगों ने पसंदगी जताई.
अखिलेश सपा के पारंपरिक वोटरों की सीमा भी लांघते दिख रहे हैं. मुलायम से तुलना की बात रखे जाने पर भी 55 साल से ज्यादा उम्र वाले 70 फीसद लोग अखिलेश को पसंद करते हैं. जिनलोगों के बीच सर्वेक्षण किया गया, उनमें से 68 फीसद लोगों का मानना है कि अखिलेश पार्टी को गुंडा छवि से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. 63.2 प्रतिशत लोगों का यह भी मानना है कि अखिलेश को उनलोगों को पार्टी में शामिल नहीं करने देना चाहिए जो आपराधिक छवि के हैं.
खास बात यह है कि सितंबर में किए गए सर्वेक्षण के दौरान जिस तरह के लोग ‘नहीं कह सकते’ या ‘कोई राय नहीं’ कह रहे थे, वे अखिलेश के साथ आते दिख रहे हैं.