पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी में अपने छह नागरिकों की मौत के बाद भारत से सख़्त नाराज़गी जाहिर की है.
दूसरी तरफ़ भारत ने कहा है कि पाकिस्तान की तरफ़ से होनेवाली फ़ायरिंग में दो सैनिकों और एक बच्चे की मौत हो गई है और 12 आम नागरिक घायल हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि शुक्रवार को भारत के डिप्टी उच्चायुक्त को तलब किया गया और बिना उकसावे के हुई गोलीबारी पर नाराज़गी जताई गई.
बयान में कहा गया है कि 27 अक्तूबर को शकरगढ़ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के दूसरे इलाक़े में फ़ायरिंग से 2 औरतों समेत छह लोगों की मौत हो गई है. जबकि 22 ज़ख़्मी हो गए हैं.
भारत प्रशासित कश्मीर के श्रीनगर से बीबीसी संवाददाता रियाज़ मसरूर का कहना है कि भारतीय की ओर तीन सौ गांव गोलीबारी से प्रभावित हैं और इन लोगों को अस्थायी शिविरों में ले जाया गया है.
बीबीसी संवाददाता का कहना है कि भारत ने दावा किया है कि भारत के सीमा सुरक्षा बल की जवाबी कार्रवाई में 15 पाकिस्तानी रेंजरों की मौत हो गई है. हालांकि इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है
दोनों मुल्कों के बीच बढ़े तनाव के बीच हुई फ़ायरिंग में पाकिस्तान के मुताबिक़ उसकी तरफ़ 12 आम शहरी मारे गए हैं और 40 से ज़्यादा घायल हैं.
पाकिस्तान का कहना है कि सीमा पर और नियंत्रण रेखा पर हुई गोलीबारी में उसके छह नागरिक मारे गए हैं.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक़ डिप्टी उच्चायुक्त से ज़ोर देकर कहा गया है कि भारत 2003 के संघर्षविराम का पालन करे नियंत्रण रेखा और सीमा पर शांति क़ायम रखने के लिए ग्रामीणों और आम नागरिकों को निशाना न बनाए.
बीते दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने भी कहा था कि भारत की ओर से एलओसी पर सीमारेखा पर गोलीबारी संघर्षविराम के समझौते के ख़िलाफ़ है और अगर ये जारी रहा तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने भारत की गोलीबारी में पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के दावों का खंडन किया है.
भारत और पाकिस्तान दोनों ही एक दूसरे पर सीमा और नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी करने के आरोप लगाते रहे हैं. ctsy-BBC