एक तरफ एनडीटीवी पर एक्शन हो रहा है तो दूसरी तरफ ऐसे न्यूज़ चैनल भी हैं जहां भोग विलास और कुकर्म की सत्ता है. नोएडा क सुदर्शन चैनल के मालिक सुरेश चौहान के खिलाफ रेप का केस दर्ज हुआ है. वो आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं के साथ एक रेप केस में अभियुक्त बना है. इन दोनों पर एक खुफिया कैबिन में एक लड़की से रेप का आरोप लगा है.
अशोक चव्हाण का चैनल सुदर्शन देश का सबसे ‘देशभक्त’ चैनल है और हिंदुत्व के नाम पर जितनी संभव हो नफरत बेचता रहता है. जानकारों का कहना है कि सुरेश चव्हाण के नागपुर स्थित संघ कार्यालय और बड़ी संख्या में हिंदू वादी नेताओं से संपर्क थे. अशोक चौहाण इतना पावरफुल था कि उसके खिलाफ यौन शोषण का केस दर्ज करवाने के लिए लड़की को 10 दिन तक पापड़ बेलने पड़े. यूपी की समाजवादी पार्टी की सरकार में भी उसकी बेहद मजबूत पकड़ थी. यही कारण था कि उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं हो रहा था. आखिल पीड़िता ने ललिता कुमारी मामले में सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट हवाला दिया तो हारकर पुलिस को केस दर्ज करना पड़ा.
लेकिन अंततोगत्वा पीड़िता की एफआईआर दर्ज हुई। हो सकता है पुलिस जांच में इस दुराचारी को बचाने का प्रयास करे। इसलिए उस बहन के लिए सोशल मीडिया पर एक मुहीम खड़ा कर दीजिए। मेन स्ट्रीम मीडिया से यह खबर नदारद है। यानि मीडिया इस दुराचारी की मदद करने के लिए कमर कस चुका है।
इस खबर में हम आपको वो खुफिया कमरा भी दिखा रहे हैं जो कथित रूप से सुरेश चौहान ने अपने कैबिन के अंदर बना रखा था.( देखिए वीडियो)
चैनल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि चैनल के सीएमडी सुरेश चव्हाणके की छह साल तक काम कर चुकी महिला ने चैनल मालिक की धोखाधड़ी, उत्पीड़न, शोषण और प्रताड़ना से तंग आकर पुलिस में कंप्लेन दी है. महिला ने अपने फेसबुक पेज पर सुरेश चव्हाणके की हकीकत भी बताई है, जो इस प्रकार है-
”सुदर्शन न्यूज़ में किया जाता है महिलाओं का शारीरिक शोषण चेयरमैन सुरेश चव्हाणके द्वारा, धर्म के नाम पर चलाई जा रही है दुकान. आप सबसे न्याय की प्राथना कर रही हूं. कब तक ऐसे ढोंगी लोग समाज में यह घिनौने अपराध करते रहेंगे.”
सूत्रों का कहना है कि पीड़िता के पास चैनल मालिक के कारनामों का कच्चा चिट्ठा है जिसका खुलासा जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस करके किया जा सकता है. चूंकि मामला एक न्यूज चैनल के मालिक का है, इसलिए पुलिस प्रशासन बेहद नकारात्मक भूमिका निभा रहा है. पीड़िता का दावा है कि अगर सुदर्शन चैनल के मालिक की निष्पक्ष जांच कर दी जाए तो कई पीड़िता सामने आ सकती हैं और कई किस्म के घपले घोटालों का पर्दाफाश हो सकता है.
पीड़िता ने चैनल मालिक सुरेश चह्वाणके पर आरोप लगाया कि उसने बहला फुसला कर उससे लाखों रुपये और गहने भी ऐंठ लिए हैं.
इस मामले में सुदर्शन टीवी के मालिक सुरेश चव्हाणके का पक्ष सामने नहीं आ सका है. हालांकि उनके पक्ष के बगैर पूरी स्टोरी एक तरफा है.