नई दिल्ली: लगातार सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे प्रदूषण से निजात पाने का दिल्ली को कोई तरीका नहीं सूझ रहा है. प्रदूषण पर आज दिल्ली सरकार ने एक इमरजेंसी बैठक की . बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल ने अहम फैसलों की जानकारी दी. दिल्ली सरकार ने जो जानकारी दी है उसमें 8 काम ऐसे हैं जो दिल्ली के लोगों को खुद करने हैं. हालांकि सरकार ने अपनी तरफ से भी कुछ इंतजाम किए हैं. केजरीवाल ने कहा, “अगले तीन दिन तक दिल्ली के सभी स्कूल बंद को रखने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही बदरपुर पावर प्लांट से राख ले जाने पर भी रोक लगाई गई है. दिल्ली में अगले पांच दिन तक किसी प्रकार के निर्माण पर रोक लगा दी गई है. जनरेटर के इस्तेपाल पर भी पाबंदी लगाई है. दिल्ली सरकार कृत्रिम बारिश पर भी विचार कर रही है.”
प्रदूषण ने तोड़े सारे पैमाने
दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार रात हालात इतने बदतर हो गए कि प्रदूषण ने मीटर को ही तोड़ दिया. कल रात दिल्ली में 10.40 मिनट पर अब तक का सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर रिकॉर्ड किया गया. ये इनता ज्यादा था किइसे मीटर से रिकॉर्ड भी नहीं किया जा सका.
दीवाली के बाद से आज सातवें दिन भी दिल्ली में जबरदस्त धुंध है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदूषण भी कल की तुलना में और ज्यादा हो गया है. मौसम विज्ञानी लोगों को घर में रहने या फिर मास्क पहनकर निकलने की सलाह दी गई है.
दिल्ली में प्रदूषण का ताज़ा हाल
दिल्ली के पूसा रोड पर PM 2.5-500 से ज्यादा है जो खतरनाक स्तर पर माना जाता हैइसी तरह मथुरा रोड पर भी PM 2.5-500 से ऊपर हैदिल्ली एयरपोर्ट पर भी PM 2.5-500 से ज्यादा है यानी इन सभी जगहों पर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका हैदिल्ली से सटे नोएडा का भी यही हाल है जहां PM 2.5 आज सुबह के वक्त 500 से ज्यादा हैगुड़गांव में भी PM 2.5-500 से ज्यादा है.
दिल्ली पिछले कुछ दिनों से गैस चेंबर बनी हुई है. पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण की सिर्फ एक वजह नहीं है..बल्कि कई कारणों से दिल्ली को ऐसा मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
दीवाली की रात दिल्ली एनसीआर में छोड़े गए पटाखे इस हालात के लिए बड़े जिम्मेदार हैं. इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी में खेतों में जलाई जा रही पराली से भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल तक पहुंच गया