दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने कल से दिल्ली में प्रदूषण वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया है. कल से दिल्ली पुलिस सड़कों पर सख्ती से प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र की जांच करेगी. इसके अलावा पुरानी डीजल गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का अभियान भी कल से शुरू हो जाएगा. पटाखे चलाने पर भी रोक लगा दी गई है.
15 साल पुराने डीज़ल वाहनों को सड़कों से हटाने का काम सोमवार से ही शुरु कर दिया गया है. एनजीटी ने 10 साल पुराने वाहनों को हटाने का आदेश दिया था, लेकिन फिलहाल 15 साल पुराने वाहनों के साथ इस मुहिम की शुरुआत होगी और चरणबद्ध तरीके से इन वाहनों को डी रजिस्टर किया जाएगा. ये सभी फैसले दिल्ली के उपराज्यपाल और सीएम केजरीवाल की मौजूदगी में हुई बैठक में लिए गए.
मीटिंग में तय हुआ कि एमसीडी भलस्वा समेत तमाम लैंडफिल साइट्स पर लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए हर तरीका अपनाए ताकि यहां से उठने वाले धुएं पर लगाम लगाई जा सके. साथ ही कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर पांच दिन तक लगी रोक को अब 14 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है. यही नियम डिमोलिशन के काम पर भी लागू होगा.
यही नहीं प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों को तुरंत प्रभाव से बंद करने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
एक और महत्वपूर्ण फैसले में कहा गया है कि अब दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध होगा. पटाखा चलाने की छूट सिर्फ त्योंहारों पर होगी, इसके अलावा दिल्ली में कहीं भी पटाखा या आतिशबाज़ी करना प्रतिबंधित होगा.
बैठक में मौजूद दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भी कहा गया है कि दिल्ली मे एंट्री करने वाले ओवर लोडेड ट्रकों पर सख्ती की जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
दिल्ली के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से कहा गया है कि वाहनों के पीयूसी सर्टिफिकेट की जांच करे और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.