स्मॉग से जैसा हाल इस समय दिल्ली का है वैसा ही पेइचिंग का भी कुछ महीने पहले था. ऐसे में वहां डच आर्टिस्ट डान रूसगार्डी ने स्मॉग फ्री प्रॉजेक्ट शुरू करने की ठानी. जो स्मॉग अभी सांस का दुश्मन बना हुआ है उससे बेशकीमती हीरा भी बनाया जा सकता है. इस आइडिया को वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम ने भी सराहा. आगे की स्लाइड्स बहुत रोचक हैं क्लिक करें..
यह प्रॉजेक्ट दो पार्ट्स में काम करेगा. पहला 7 मीटर ऊंचे टॉवर्स स्मॉग को अपने अंदर खींचने का काम करेंगे. यह टॉवर्स प्रदूषित हवा को अपने अंदर लेकर साफ करेंगे.
इसके बाद क्लीन की गई हवा को छोटे टॉवर्स के जरिए पार्क, सड़कों और बाजारों पर छोड़ा जाएगा. जिससे आप को स्वच्छ हवा सांस लेने को मिले.
दूसरे पार्ट में बड़े टॉवर्स में साफ की गई हवा के कार्बन प्लेट्स को आधा घंटा प्रेशर में रखा जाएगा. जिसके बाद उसे हीरे की शक्ल दी जा सकती है. आपने पढ़ा होगा कि हीरा कार्बन का ही एक रूप है.
Let's turn China's smog into diamonds. It's not as crazy as it…
These towers can turn China's smog into diamonds. Read more: http://wef.ch/2ag9RjQ
Posted by World Economic Forum on Wednesday, July 20, 2016
हीरे से बनने वाली जूलरी को बेच कर ऐसे कई टॉवर्स लगाए जा सकते हैं. और हमारे लिए खतरनाक बन रही हवा को एक खुबसूरत शक्ल दी जा सकती है.
चीन में अक्टूबर 2016 में इस प्रॉजेक्ट पर काम करते हुए एक टॉवर लगा दिया गया है. यह टॉवर लगभग 75 फीसदी हवा को साफ कर देता है और हर दिशा में साफ हवा फैलाता है. यह PM2.5 और PM10 को भी हवा से निकाल साफ कर रहा है.
इस आइडिया के जनक डान रूसगार्डी (दाएं) वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम के एक कार्यक्रम में स्मॉग से बनाई जा सकने वाला हीरा दिखाते हुए.