इस्लामाबाद: जुएबाज़, महिलाओं का दुश्मन और दूसरे बड़ी हिकारतों के बीच जहां अमेरिका की सड़कों पर डोनाल्ड ट्रंप की जीत का जबरदस्त विरोध हो रहा है लेकिन पाकिस्तान ट्रंप की जीत पर जश्न मना रहा है. इसकी वजह है कश्मीर पर दिया ट्रंप का बयान. ट्रंप ने कहा था कि अगर वो चुने जाते हैं तो वह भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मसले की मध्यस्थता करने को तैयार होंगे. पाकिस्तान ने कहा कि वह उनके इस प्रस्ताव का स्वागत करता है.
इस्लामाबाद में एक साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, जब अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बारे में पूछा गया तो विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि राष्ट्रपति निर्वाचित होने से पहले ही हम उनके उस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं, जिसमें उन्होंने कश्मीर विवाद पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी.
पाकिस्तान का ये बयान ऐसे समय में आया है जब विभिन्न रिपोर्टों का सुझाव है कि नए अमेरिकी राष्ट्रपति का झुकाव भारत की तरफ हो सकता है. ट्रंप ने एक बार पाकिस्तान को संभवतया दुनिया में सबसे खतरनाक देश कहा था.
जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ एक करीबी रिश्ता चाहता है और भविष्य में इसे और मजबूत करना चाहता है. जाहिर है इसीलिए वो मक्खन लगाने में लगा हुआ है.