बाबा रामदेव अब देशद्रोह की एक और नयी परिभाषा लेकर आए हैं. बाबा ने कहा है कि नोटबंदी का विरोध करने वाले को राष्ट्रद्रोही माना जाना चाहिए. बाबा ने ये भी कहा कि सीमा पर सैनिक 7-8 दिन सैनिक भूखे प्यासे काम करते हैं तो लोगों को भी बैंक की लाइन में खड़े होना ही होगा. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे राष्ट्रद्रोह कर रहे हैं. उन्होंने संत समाज के साथ प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि इस फैसले से आतंकवाद की फंडिंग बंद हुई है. आतंकवादियों को सबसे बड़ा नुकसान हुआ है. देश की आजादी के बाद से नक्सलवाद से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इस कदम से उन्हें भी नुकसान पहुंचा है. आतंकवाद और नक्सलियों की फंडिंग रूकेगी. पाकिस्तान से आने वाले जाली नोट भी बंद हुए हैं.
रामदेव ने कहा कि नोटबंदी से बैंकों की ब्याज दर भी कम होगी. इससे लोगों के लिए घर बनाना आसान हो जाएगा. विदेशों में ब्याज दर 5 प्रतिशत के करीब रहती है. जबकि भारत में यह रेट 12-15 प्रतिशत के बीच रहती है. सरकार के फैसले से ब्याज दर सात प्रतिशत पर आ जाएगी. लोगों को सस्ता लोन मिलेगा. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी और रुपये को फायदा होगा.
बाबा रामदेव के साथ जूना अखाड़ा के प्रमुख भी मौजूद थे. रामदेव ने कहा कि करप्ट लोग नहीं बदले तो मोदी जी ने नोट बदल दिया. बड़े नोट बंद होने से भ्रष्टाचारियों के लिए रिश्वत लेना मुश्किल हो जाता है. रामदेव ने कहा कि करप्ट लोग नहीं बदले तो मोदी जी ने नोट बदल दिया. इससे पहले बाबा रामदेव ने कहा था कि नोटबंदी के फैसले से नरेंद्र मोदी की जान पर खतरा बढ़ गया है.
उन्होंने लिखा था, ”आतंकियों, जग माफ़ियाओं और पॉलिटिकल माफ़ियाओं से मोदी जी के जीवन को ख़तरा है. सब #DEMONITIZATION में उनका साथ दें और उनकी सलामती की प्रार्थना करें.”