पीलीभीत: यहां बुधवार सुबह एक बाघ ने मल्लर खजूरिया गांव में राजेश के घर में जा घुसा. ये गांव टाइगर रिजर्व के पास बना है. घर में घुसे बाघ ने पहले घर के मालिक के चार साल के बेटे पर हमला कर दिया. मालिक राजेश ने अपने बेटे को बचाने के लिए टाइगर पर साइकिल से हमला किया. जिसके वह उसके पड़ोसी जगदीश के घर में जा घुसा. इस दौरान बाघ को देखने के लिए वहां पर काफी भीड़ जमा हो गई.सूचना पर दुधवा से वन विभाग की टीम पहुंची. टीम के डॉक्टर उत्कर्ष शुक्ला ने बाघ को ट्रेंकुलाइजर कर बेहोश किया जिसके बाद उसे पिंजरे में बंद किया जा सका.
सूचना पर महोफ के डिप्टी रेंजर मोबीन आरिफ वन्य कर्मचारियों के साथ वहां पर पहुंचे और एक पिंजरा मंगवाया. बाघ पर वन्य कर्मचारियों द्वारा दो गोले दागे जिससे वह बज्रलाल के घर में चला गया. टीम ने बाघ को निकालने के लिए पिंजरे में एक बकरी बांधी और दीवार तोडऩे का प्रयास किया लेकिन सब विफल.
टाइगर रिजर्व डीएफओ कैलाश प्रकाश ने बताया कि शाम चार बजे दुधवा की टीम के डॉक्टर उत्कर्ष ने बाघ को ट्रेंकुलाइजर कर बेहोश किया तब जाकर उसे पिंजरे में बंद किया जा सका.
इस बीच जुटी भीड़ पर कंट्रॉल करने के लिए पुलिस ने एक व्यक्ति पर डंडा दे मारा जिससे लोग भड़क गए और उन्होने पथराव कर शुरू दिया. पथराव में थानाध्यक्ष एवं एक कॉस्टेबल घायल हो गए. बाद में एडीएम व् प्रभारी एसपी ने ग्रामीणों को समझाकर मामले को शांत कराया.