कालेधन के खिलाफ पीएम मोदी का सर्जिकल स्ट्राइक जारी है. करेंसी पर लगाम लगाने के बाद सरकार का अगला निशाना सोने पर है, सूत्रों की मानें तो सरकार जल्द घर में सोना रखने की लिमिट तय कर सकती है. सूत्रों का कहना है कि कि कालेधन से गोल्ड खरीदने की खबरों के बीच अब सरकार घरों में सोना रखने की लिमिट तय कर सकती है. जिससे लोग कालेधन को सोने में निवेश न करें पाए. आजतक की वैबसाइट ने सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है.
हाल में बड़ी तादाद में सोना खरीदे जाने के कारण उसका जमकर आयात हुआ. तस्करी भी काफी ज्यादा होने की खबर है. जानकारों का कहना है कि सोना खरीदने के कारण डॉलर की मांग बढ़ी है. इसी वजह से रुपया नीचे गिरा.
सोने पर लगाम लगाने के पीछे एक बड़ी वजह उसका ऐसी पूंजी होना है अर्थव्यवस्था के उत्थान के काम नहीं आती. दूसरे शब्दों में ये वो धन है जो बैंकों के माध्यम से न तो उद्योगपतियों को लोन में दिया जा सकता है नही लोगों खुद इसका निवेश उद्योगों में शेयर बगैरह में करते. इस धन से खरीदारी भी नहीं होती इसलिए उद्योग धंधों को बढ़ाने में इसका योगदान नहीं हो पाता.
पूंजीवादी सरकारों की कोशिश होती है कि सोना लोग कम से कम रखें ताकि कॉर्पोरेट को फायदा हो.
दरअसल गोल्ड का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार भारत है. ऐसा आकलन है कि गोल्ड की सालाना मांग का लगभग एक-तिहाई काला धन खपाने में किया जाता है. गौरतलब है कि देश में बड़े पैमाने पर कालेधन के रूप में सोने में निवेश होने की आशंका है. इससे पहले 1000 और 500 के नोट बंद करने पर करेंसी घर में रखने वालों में हड़कंप मच गई है. सरकार का कहना है कि कालेधन के खिलाफ सरकार की कार्रवाई जारी रहेगी और इस कड़ी कुछ और सख्त कदम उठाए जाएंगे.