नई दिल्ली: मानें या न मानें लेकिन नोटबंदी से सबसे ज्यादा लॉटरी अगर किसी की लगी है तो वो है चाइना, चाइनीज माल का बहिस्कार करने की अपील करने वाले मोदी के समर्थकों के लिए ये खबर झटका देने वाली है. क्योंकि मोदी के एक फैसले से चीन को बहिस्कार से जितना नुकसान हुआ था उससे कई गुना धन चाइनीज़ कंपनियों के खज़ाने में जा चुका है. पहले के फैसले से भी चीन से ज्यादा छोटे व्यापारी परेशान हुए थे. अब आम लोग परेशान हो रहे हैं.
ताज़ा खबर ये हैं कि नोटबंदी के फैसले के चलते चीन की बड़ी ई-पेमेंट कंपनियों को फायदा मिल रहा है. 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद किए जाने के बाद देश में लोग कैशलेस विकल्पों की तलाश में जुटे हैं. देश में सबसे ज्यादा चर्चित दो ई-वॉलेट पेटीएम और स्नैपडील के मालिकाना हक वाले फ्रीचार्ज में चीन की दिग्गज ऑनलाइन रिटेल कंपनी अलीबाबा का निवेश है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक दो अन्य बड़े प्लेयर्स मोबिक्विक और ऑक्सिजन का भी कहना है कि चीनी निवेश के लिए उनकी बातचीत चल रही है. एक नामी ई-वॉलेट कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ने अपनी पहचान छुपाते हुए कहा कि नोटबंदी के चलते ई-पेमेंट कंपनियों को निवेश हासिल करने के लिए बड़ा अवसर मिला है. खासतौर पर ई-वॉलेट कंपनियों को चीन से बड़ा निवेश मिलने की संभावना है. करेंसी रिप्लेसमेंट के कारण लोग कैशलेस विकल्पों की तलाश में जुटे हैं.