कल जो लोग अपने खर्चे के लिए सैलरी और पेंशन के पैसे निकालने एटीएम जाएंगे वो आज बहुत टेंशन में हैं. समझ नहीं आ रहा क्या होगा. पैसे मिलेंगे या लिखे हमारे खाते में होंगे और इस्तेमाल बैंक कर रहे होंगे. कामवाली, प्रेसवाला, गाड़ी साफ करने वाला, खाना बनाने वाली और दूधवाला फुल टेंशन में हैं. पता नहीं किस घर से पैसे मिलेंगे किससे नहीं. लोगों को लग रहा है कि वो टेंशन देकर मजे में हैं कि साहब या मैमसाब अपने आप कहीं से इंतजाम करेंगे और कैश देंगे लेकिन इस सबके बीच आरबीआई ने आश्वासन दिया है कि उसने खास तैयारियां की है. आरबीआई सूत्रों के मुताबिक आरबीआई बुधवार शाम से बैंकों और एटीएम के लिए 500 के नए नोटों की सप्लाई तेज करने जा रहा है. इससे खुल्ले पैसों का संकट कम होगा और बैंकों से लोगों के लिए अपनी सैलरी के पैसे को निकालने में सहूलियत होगी. लेकिन इन इंतजामों से समस्या कम होने के बजाय बढ़ सकती है.
हम आपको बताते हैं कि RBI ने कौनसे कदम उठाए हैं :
- बुधवार शाम से बैंकों में कैश सप्लाई बढ़ाई जाएगी ताकि लोगों को सैलरी निकालने में दिक्कत न हो.
- आरबीआई 7 दिसंबर तक बैंकों में कैश सप्लाई को तेज रखेगा ताकि सैलरी आने के बाद पैसे निकालने में लोगों को दिक्कत न हो.
- बैंकों की जिन ब्रांचों में सैलरी और पेंशन अकाउंट हैं वहां 20 से 30 फीसदी तक ज्यादा पैसा सप्लाई किया जाएगा.
संपादक की टिप्पणी: अभी कई ब्रांचों में तीन से 4 दिन में कैंश आता है. ये तो उंट के मुंह में जीरा है. 30 फीसदी बढ़ाने से क्या होगा?
- जहां लोगों के सैलरी और पेंशन अकाउंट हैं वहां बैंककर्मियों की कमी न हो इसके लिए भी खास तैयारी की जा रही है.
संपादक की टिप्पणी: जब ब्रांच में कैश ही नहीं होगा तो कर्मी नोट खुद थोड़े ही छापेंगे
- जिन कर्मचारियों के पास बैंक अकाउंट नहीं हैं उनके नए खाते खोलने के लिए विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं.
संपादक की टिप्पणी: जिनकी अकाउंट में सेलरी आती है उनके पहले से ही खाते होते हैं. इस कदम के पीछे का तर्क समझना दिमाग से परे है.
- 500 के नए नोटों की छपाई तेजी से जारी है वहीं 2000 के नोटों की छपाई भी होगी.
संपादक की टिप्पणी: नोट प्रेस की छपाई क्षमता तो रातों रात बढ़ने से रही पहले ही पूरी क्षमता से ये मशीनें नोट छाप रही हैं.
- कैश सप्लाई की रफ्तार 7 दिसंबर तक तेज रखी जाएगी ताकि बैंकों के सामने पैसे की दिक्कत न हो और लोग अपनी सैलरी के पैसे आसानी से निकाल सकें.
संपादक की टिप्पणी: आरबीआई बताने में नाकाम है कि सप्लाई कैसे बढ़ाई जाएगी
- 500 के नए नोटों की सप्लाई बुधवार शाम से बढ़ाई जाएगी ताकि कैश के साथ साथ खुले का संकट भी दूर किया जा सके.
संपादक की टिप्पणी: 500 रुपये के नोट डाले से एटीएम 2000 रुपये के नोटों के मुकाबले 5 गुना ज्यादा जल्दी खाली होंगे. 2000 रुपये के 2500(एक कैसेट की क्षमता) नोट 2500 लोगों को मिलते हैं. जबकि 500 रुपये के नोटों वाला कैसेट 500 लोगों में ही खाली हो जाता है. सब पूरी क्षमता से निकासी करते हैं. ढाई हज़ार रुपये सिर्फ 500 वाली मुद्रा में निकाले जा सकते हैं 2000 वाली मुद्रा में सिर्फ 2000 रुपये निकालना ही मुमकिन है.
इन हालात में राहत की उम्मीद करना बेकार है. लोगों को धैर्य रखना होगा और सिर्फ एटीएम पर नजर गड़ाकर रखनी होगी. जिस तरह के इंतजाम बताए जा रहे हैं उनसे राहत की उम्मीद करना बेकार होगा.