नई दिल्ली: भारतीय जनता युवा मोर्चा के फायरब्रांड नेता और नोटबंदी के समर्थन में लगातार सक्रिय नेता जेवीआर अरुण को तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया है. ये साहब जितना नोटबंदी के समर्थक थे उतना ही घऱ में कालाधन लेकर बैठे हुए थे. चूंकि तमिलनाडु में बीजेपी की सरकार नही है इसलिए उनको बचाने के लिए ज्यादाकुछ नहीं किया जा सका. दरअसल उनके घऱ में करीब 20.55 लाख रुपये की नकदी थी. वो पूरा मौका देने के बावजूद नहीं बता पाए कि ये पैसा आया कहां से.
सलेम के रहने वाले 36 साल के अरुण वही नेता हैं, जिन्होंने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले का जमकर स्वागत किया था और फेसबुक पर लिखा था कि देश के विकास के लिए मैं लाइन में लगने को तैयार हूं. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पुलिस ने बताया कि उनके पास से 2000 के 926 नोट बरामद हुए हैं. साथ ही 1530 नोट 100 के और 50 रुपये के 1000 नोट उनके पास मिले हैं.
पुलिस ने बताया कि हमने उन्हें रुपयों के लेकर अपना पक्ष रखने के लिए पर्याप्त समय दिया था कि वे अपने बैंक पेपर्स आदि दिखा सकें, लेकिन वह इन रुपयों का स्रोत नहीं बता सके. हमने रुपयों को जब्त कर लिया है और सरकारी खजाने में जमा करा दिया है. आईटी डिपार्टमेंट इस मामले से जुड़े बैंक अधिकारी की जांच भी कर रहे हैं, जिन्होंने नोटबंदी के समय में 2000 रुपये के इतने नोट अरुण को एक साथ दे दिए.
बीजेपी के प्रवक्ता के मुताबिक, अरुण को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया जाएगा. हालांकि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुंदराजन ने कहा कि पार्टी के संगठनात्मक जिम्मेदारियों से अरुण हटा दिया गया है.