नई दिल्ली:केजरीवाल सरकार ने फिर एक नया धमाका किया है. अब दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले लोगों को प्राइवेट लैब से मुफ्त कैट स्कैन और एमआरआई की सुविधा मिलेगी. ऐसी सुविधा देने वाला दिल्ली देश का पहला राज्य होगा. इस योजना पर होने वाला सारा खर्च दिल्ली में एक फ्लाईओवर को बजट से काफी कम रकम में बनाने से जो बचत हुई है उससे आएगा. हाल में एक फ्लाईओवर में सरकार ने 350 करोड़ की बचत की थीय इस योजना में दिल्ली सरकार के 10 अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीज अब एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी जांच प्राइवेट लैब्स में भी मुफ्त करा सकेंगे। इसके लिए सरकार ने 7 प्राइवेट लैब्स से एग्रीमेंट किया है। कुछ अन्य लैबों को इस स्कीम से जोड़ने पर बात चल रही है।
सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 1 फरवरी से फ्री दवाइयां और बहुत से टेस्ट तो पहले से ही फ्री हो रहे हैं, लेकिन एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे बड़े टेस्ट भी अब फ्री हो सकेंगे।
अस्पतालों में एमआरआई के लिए तीन-तीन साल की वेटिंग की बात सामने आने के बाद सरकार ने यह फैसला किया है। सरकार चाहती है कि एमआरआई के लिए लिए लोगों को इंतजार न करना पड़े और एक हफ्ते के भीतर एमआरआई और सीटी स्कैन हो जाए। अभी 7 प्राइवेट लैब्स के साथ बात फाइनल हुई है। कुछ और लैब्स के साथ भी बात चल रही है।
हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि दिल्ली आरोग्य कोष गवर्निंग बॉडी की 11वीं मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि दिल्ली के नागरिकों को फ्री एमआरआई-सीटी स्कैन की फैसिलिटी मिलेगी। जो भी दिल्ली में कम-से-कम तीन साल से रह रहे होंगे, वे इस स्कीम का फायदा उठा सकेंगे। जिनकी सालाना फैमिली इनकम तीन लाख तक होनी चाहिए, वे लैब्स में जाकर टेस्ट करवा सकेंगे और उनका पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी। अगर किसी के पास फूड सिक्यॉरिटी कार्ड है तो उसमें रेजिडेंस और इनकम प्रूफ होता है।
इसके अलावा इनकम सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, वोटर आईकार्ड, लाइसेंस से भी पता चल सकेगा कि वह कितने दिनों से दिल्ली में रह रहा है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली के जो मरीज भर्ती हैं, उन सबको यह फैसिलिटी मिलेगी। आईपीडी पेशंट के मामले में इनकम की शर्त लागू नहीं होगी।
हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने बताया कि इस सुविधा का लाभ सिर्फ उन मरीजों को मिलेगा, जो कम से कम तीन साल से दिल्ली में रह रहे हों। राज्य सरकार के 10 अस्पतालों में भर्ती दिल्ली निवासी सभी मरीज प्राइवेट लैब में एमआरआई और सीटी स्कैन करा सकेंगे। ओपीडी में आने वाले सिर्फ वही मरीज इस फैसिलिटी का फायदा उठा पाएंगे, जिनकी सालाना इनकम 3 लाख रुपये या उससे कम होगी। इसके लिए उन्हें डॉक्टरों का लिखा पर्चा, इनकम और निवास प्रमाणपत्र दिखाने होंगे।