नई दिल्ली: बीजेपी के नेता जी जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में हुए अंधाधुंध खर्च की खबर आपको याद होगी. शादी में कालेधन के इस्तेमाल को लेकर रेड्डी बुरी तरह घिरे थे और उनकी पार्टी बीजेपी और पीएम नरेन्द्र मोदी की प्रतिष्ठा पर भी रेड्डी की इस शाही शादी के बाद आंच आने लगी थी. इसके बाद रेड्डी के घर इनकम टेक्स की सर्च हुई. रेड्डी ने आश्वासन दिया कि वो सारे खर्च में सफेद धन का हिसाब देंगे. एक शख्स रेड्डी के 100 करोड़ के सफेद होने की प्रक्रिया का गवाह था. उसने बाद में सुसाइड कर ली.
जाते जाते ये शख्स सुसाइड नोट में सारी कहानी लिख गया. ये शख्स एक आईएएस अफसर का ड्राइवर था. आरोप है कि यही अफसर 20% के खर्चे पर रेड्डी के 100 करोड़ सफेद करवा रहा था. ड्राइवर ने बुधवार को मरने से पहले अपने सुसाइड नोट में लिखा कि कि जनार्दन रेड्डी ने 100 करोड़ रुपए के कालेधन को व्हाइट कर रहे हैं. इस बात का गवाह होने के कारण, रेड्डी और वह प्रशासनिक अधिकारी मिलकर उसका मानसिक शोषण करते थे. ड्राइवर ने पत्र में यह भी लिखा कि रेड्डी ने कर्नाटक के प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (जिसका वह शख्स ड्राइवर था) से पैसे सफेद करवाए थे. एनएआई ने शुरुआत में ट्वीट में कहा कि ड्राइवर जनार्दन रेड्डी का है. हालांकि, बाद में सुधार कर कहा गया कि ड्राइवर उस अधिकारी का था. (ट्वीट की तस्वीर नीचे) जान देने वाले शख्स का नाम रमेश बताया जा रहा है. उसने जहर खाकर जान दी.
रमेश ने लिखा कि उसे पता था कि रेड्डी कैसे अपने 100 करोड़ रुपए को सफेद कर रहे हैं इसलिए उसे लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही थी. रमेश भूमि अधिग्रहण अधिकारी भीमा नायक का ड्राइवर था. रमेश के अनुसार भीमा को पैसा बदलने के बदले 20 प्रतिशत मिला था. रमेश ने सुसाइड नोट में लिखा कि रेड्डी ने सारा पैसा अपनी बेटी की शादी में लगा दिया.
नोट में आगे लिखा गया है कि रेड्डी और बीजेपी सासंद श्रीमल्लू शादी से पहले भीमा से मिलने के लिए बैंगलूरू फाइव स्टोर होटल में कई बार मिलने आए थे. रमेश ने नोट में लिखा है कि 20 प्रतिशत हिस्से ते अलावा भीमा कर्नाटक में 2018 में होने वाले चुनाव में टिकट लेने के लिए मदद चाहता था.
गौरतलब है कि अभी हाल में जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी काफी चर्चा में रही थी. खबरों के मुताबिक, शादी में रेड्डी की बेटी ब्रह्माणी ने लगभग 17 करोड़ रुपये की कीमत वाली साड़ी और 90 करोड़ रुपये तक के गहने पहने थे.