नोटबंदी पर तरह तरह के इमोशनल भाषण और चमत्कारी बातें करने वाले पीएम मोदी को इनकम टैक्स के कर्मचारियों ने झन्नाटेदार चिट्ठी लिखी है. इन कर्मचारियों ने कहा है कि बड़ी बड़ी बातें और धमकियां सरकार जिस इनकम टैक्स विभाग के भरोसे दे रहे है उसकी हालत पहले ही खराब है. कर्मचारियों ने मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि विभाग में 100 में से 30 जगहें खाली पड़ी हैं. और तो और इंटरनेट भी भगवान भरोसे चलता है.
आयकर विभाग के कर्मचारियों की दो यूनियनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि ‘करोड़ों रुपये’ की कर चोरी के मामलों की जांच के लिए पर्याप्त संख्या में लोग और एवं इन्फ्रा स्ट्रक्चर नहीं होगा तो जांच कैसे होगी. इन्होंने सुविधायें उपलब्ध कराने की मांग की है. दो कर्मचारी यूनियनों, इनकम टैक्स एम्पलाइज फेडरेशन (आईटीईएफ) तथा इनकम टैक्स गैजेटेड आफिसर्स एसोसिएशन (आईटीजीओए) ने मोदी को इस बारे में पत्र लिखा है. ये दोनों संघ आयकर विभाग के 97 प्रतिशत कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
पत्र में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद के घटनाक्रमों से पता चलता है कि कालेधन तथा भ्रष्टाचार की बुराई से लड़ने के लिए कई कड़े उपायों की जरूरत होगी. इसमें आयकर विभाग को मुख्य भूमिका निभानी होगी. इस तरह की जमा के आंकड़े करोड़ों रुपये में हो सकते हैं. संयुक्त ज्ञापन में दोनों संघों ने कहा कि इन उद्देश्यों को हासिल करने के लिए विभाग के पास विशेषरूप से महत्वपूर्ण पदों पर पर्याप्त श्रमबल होना चाहिए. साथ ही विभाग को उचित ढांचागत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जानी चाहए, जिससे मैन पॉवर को प्रोत्साहन मिले. संघों ने कहा कि उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री को 17 नवंबर को पत्र लिखा है. इसमें कालेधन से निपटने के लिए कई उपाय सुझाए दिए गए हैं.
यूनियनों की ओर से कहा गया कि इनकम टैक्सा विभाग में निचले स्त र पर 30-35 प्रतिशत वैकेंसियां हैं. आईटी एडिशनल कमिश्नेर और आईटी डिप्टी कमिश्नकर, उनके जूनियर अधिकारियों के पद भी खाली पड़े हैं. साथ ही विभाग में इंटरनेट और इसकी कनेक्टिविटी भी काफी कमजोर है. इसके चलते कामों को पूरा करने में काफी समय लगता है. गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग ने 2000 करोड़ रुपये का कालाधन पकड़ा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में छापे मारे जा रहे हैं. 8 दिसंबर को चेन्न ई से 100 करोड़ की नकदी और 100 किलो सोना जब्त् किया गया था.
2016-12-09