नई दिल्ली: नोटबंदी से देश को 10 साल पीछे ले जा चुकी सरकार हो सकता है कि बजट में लोगों को मस्का लगाने की कोशिश करे. जानकारों का कहना है कि सरकार इनकम टैक्स के स्लैब में बड़ी राहत दे सकती है. जानकारों का अनुमान है कि इस बार इनकम टैक्स स्लैब में बड़े बदलाव होंगे. जानकारों का कहना है कि कोई बड़ी बात नहीं होगी कि केंद्र सरकार टैक्स छूट की सीमा को ढाई लाख से बढ़ाकर चार लाख कर दे की तैयारी में है. यानि अब चार लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. सीधे सीधे 30 हज़ार सालाना की प्रत्यक्ष बचत इससे लोगों को होगी लेकिन जनकार कहते हैं कि सरकार दूसरी जेब से भारी भरकम रकम निकाल भी सकती है.उसकी नज़र कैशलेस लेनदेन पर भी है इसपर टैक्स लगाकर सरकार इनकम टैक्स पर छूट से भरपाई कर सकती है. मतलब ये कि आयकार दाता तो मज़े में रहेंगे लेकिन आम आदमी टैक्स के दायरे में आ जाएगा और किसी भी स्तर की आया वाले को टैक्स की मार झेलनी पड़ेगी.
जानकारों के मुताबिक वहीं, चार से 10 लाख तक के स्लैब में 10 फीसदी टैक्स लगेगा. 10 से 15 लाख तक के आय पर 15 फीसदी टैक्स देना होगा. इसी तरीके से 15 से 20 स्लैब में 20 फीसदी टैक्स लगेगा. जिसकी भी आय 20 लाख से ज्यादा होगी, उसे 30 फीसदी टैक्स देना होगा.
बता दें कि अभी जो स्लैब निर्धारित है, उसमें आपको ढाई लाख तक के आय वालों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है, जबकि 2.5 लाख रुपये से ज्यादा और 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 फीसदी का टैक्स लागू है. वहीं 5 लाख रुपये से ज्यादा और 10 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 फीसदी का टैक्स लागू है. 10 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर 30 फीसदी की दर से टैक्स देना होता है.