नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफा दे दिया है. उनपर लगातार दिल्ली की सबसे ज्यादा बहुमत वाली आम आदमी पार्टी की सरकार के काम में अड़ंगे के आरोप लगते रहे हैं. जंग दोबारा से एकेडेमिक्स में जाएंगे
हालांकि, अभी साफ नहीं है कि उनका इस्तीफा मंजूर होगा या नहीं? जंग को यूपीए सरकार के वक्त 2013 में दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया गया था.
मोदी सरकार ने अपने ढाई साल के दौरान कई राज्यपाल बदले, लेकिन जंग को दिल्ली में बरकरार रखा. दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद उनका केजरीवाल सरकार से टकराव ही रहा.
केजरीवाल ने उन पर केंद्र का एजेंट होने का भी आरोप लगाया था. एकेडेमिक्स में लौटेंगे जंग.
जंग दिल्ली के 20th उपराज्यपाल थे. उन्होंने 9 जुलाई, 2013 को एलजी पद संभाला था.
जंग के कार्यकाल को केजरीवाल सरकार और उनके मतभेदों के लिए याद रखा जाएगा.
एलजी हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा है कि वे वापस अपने पहले प्यार यानी एकेडेमिक्स में जाएंगे. उन्होंने नरेंद्र मोदी को मदद और सपोर्ट के
जंग ने दिल्ली की जनता को सपोर्ट देने के लिए धन्यवाद दिया है. जंग ने अरविंद केजरीवाल को भी शुक्रिया कहा है.
बैजल के नाम की चर्चा
पूर्व होम सेक्रेटरी अनिल बैजल को दिल्ली का नया एलजी बनाए जाने की चर्चा भी है.
जंग ने दिल्ली की जनता के प्यार के लिए खासकर प्रेसिडेंट रूल के एक साल के वक्त को लेकर धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग की वजह से ही इस दौरान दिल्ली के एडमिनिस्ट्रेशन को सही तरीके से चलाया जा सका.
किसने क्या कहा?
टूरिज्म मिनिस्टर कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, ”जंग साहब को भविष्य की शुभकामनाएं. कठपुतली की डोर जिसके हाथ में उन्हें भी सद्बुद्धि दे ईश्वर. जंग साहब के बाद भी जंग जारी रहेगीं क्या?