नई दिल्ली: आप मानें या न मानें लेकिन 500 या 1000 के नोट अब भी चल रहे हैं वो भी बिना किसी अगर मगर के य आप चाहें तो करोड़ों यहां चला सकते हैं. ये पैसे जाएंगे सीधे प्रधानमंत्री मोदी की स्कीम में स्वीकार किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री की इस स्कीम का नाम है प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) 2016, इस योजना लोग 50 प्रतिशत पैसा टैक्स में देकर जितना चाहें पुराने नोट जमा कर सकते हैं. यानी देश भर में नोट बंद हो गए हैं लेकिन मोदी की योजना में अब भी चलेंगे. इसके साथ ही उनकी कुल राशि का 25 प्रतिशत पैसा उन्हें बिना ब्याज वाली जमा योजना में चार साल के लिए देना होगा. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने गुरुवार को साफ़ कर दिया है कि 30 दिसंबर तक अपवंचना माफी योजना के तहत घोषित आय पर टैक्स भुगतान के लिए 500 और 1,000 रुपए के प्रतिबंधित नोटों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘पीएमजीकेवाई के तहत कर, अधिभार, जुर्माने के भुगतान तथा जमा के लिए 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट का उपयोग किया जा सकता है’ .पीएमजीकेवाई योजना 17 दिसंबर 2016 को खुली और लोग अघोषित आय के बारे में खुलासा 31 मार्च 2017 तक कर सकते हैं. बयान के अनुसार, योजना के तहत कर, अधिभार तथा जुर्माना का भुगतान चालान आईटीएनएस-287 के जरिए किया जाएगा और जमा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना 2016 में की जानी है.
सरकार ने आठ नवंबर को उच्च राशि के नोटों पर पाबंदी लगाने के बाद प्रतिबंधित मुद्रा बैंक खातों में 30 नवंबर तक जमा कराने की अनुमति दे दी. अघोषित आय का एक चौथाई हिस्सा नकद में पीएमजीके जमा योजना 2016 में जमा की जा सकती है. इस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा. शेष 25 प्रतिशत राशि संबंधित व्यक्ति अपने बैंक खाते में रख सकता है. तीस दिसंबर के बाद कर के साथ-साथ जमा चैक या आरटीजीएस के जरिये करना होगा. वहीं, योजना के तहत कालाधन की घोषणा नहीं करने और उसे कर रिटर्न में आय के रूप में दिखाए जाने पर कर और जुर्माने के रूप में 77.25 प्रतिशत लगेगा. अगर योजना के तहत खुलासा नहीं किया जाता है तो कर पर 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया जा जाएगा और अभियोजन भी चलाया जाएगा.